लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उप्र के कई सांसदों के साथ संभल के लिए निकले। उधर खबर है कि पुलिस ने हाईवे पर नाकेबंदी कर रखी है। पुलिस वाहनों की सघन जांच कर रही है। ऐसे में सवाल है कि क्या राहुल गांधी को संभल पहुंचने से पहले ही रोक दिया जाएगा और तब राहुल गांधी क्या करेंगे। इससे पहले सपा के प्रतिनिधिमंडल को वहां जाने की इजाजत नहीं दी गई। मालूम हो कि यहां हुई हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे हैं। सर्वे टीम के साथ जयश्रीराम का नारा लगाने वाले पीछे-पीछे चल रहे थे, इस पर भी सवाल उठे हैं।
इससे पहले कल राहुल गांधी ने कहा था कि संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना – जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है। भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं। मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें। हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।
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संभल की घटना से यूपी में हंगामा, अखिलेश के साथ राहुल भी बरसे
इधर सोशल मीडिया में लगातार विशेष समुदाय के खिलाफ नफरती बातें की जा रही हैं। पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराया जा रहा है। अन्य धार्मिक स्थलों की भी जांच की मांग की जा रहा है। इधर कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा पूरे देश को मणिपुर बनाना चाहती है। राज्यभर में तनावपूर्ण माहौल है। ऐसे में राहुल गांधी की यात्रा पर सबकी नजर है।