लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सुल्तानपुर से लखनऊ लौटते समय सड़क किनारे एक मोची की दुकान पर रुक गए। आधे घंटे तक मोची दुकानदार से बात की। समस्या जानी। खुद चप्पल सिलाई की। ये तस्वीरें घंटे भर में देश के कोने-कोने में पहुंच गई। इससे कांग्रेस समर्थकों में जोश भर गया, वहीं भाजपा में हड़कंप मच गया।
राहुल गांधी शुक्रवार को सुल्तानपुर की अदालत में पेशी के लिए पहुंचे थे। भाजपा नेता विजय मिश्रा ने राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें आरोप लगाया है कि 2018 में राहुल गांधी ने कर्नाटक में प्रेस वार्ता में अमित शाह को हत्या आरोपी बताया, जिससे मानहानि हुई।
राहुल गांधी आज सुबह से सोशल मीडिया में छाए हैं। सुबह जब वे सुल्तानपुर कोर्ट में पेशी के लिए दिल्ली से चले, तब से भाजपा समर्थक तंज कस रहे थे कि आज तो राहुल गांधी माफी मांगेगे या जेल जाएंगे। कोर्ट ने 12 अगस्त को अगली सुनवाई की तारीख तय कर दी है। पेशी के बाद लखनऊ लौटने के क्रम में वे रास्ते में एक मोची की दुकान में रुक गए। वहां देर तक उनसे बात की। मोची की समस्याएं सुनीं। इसकी तस्वीरें वायरल हो गई। इसके बाद जो लोग राहुल गांधी का सुबह से मजाक उड़ा रहे थे, वे हल्के पड़ गए और राहुल गांधी तथा प्रधानमंत्री मोदी के बीच तुलना होने लगी। प्रधानमंत्री कभी किसी गरीब से नहीं मिलते, जबकि राहुल गांधी हमेशा गरीबों, मेहनतकशों से मिलते हैं। उनकी समस्या सुनते हैं। प्रधानमंत्री के साथ तुलना होने पर भाजपा में हड़कंप मच गया।
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राहुल गांधी को मुकदमे में परेशान करने की कोशिश अब उल्टा पड़ने लगी है। राहुल गांधी फिर 12 अगस्त को सुल्तानपुर जाएंगे। तब फिर एक बार उन्हें देखने के लिए भीड़ जुटेगी। मोची से राहुल गांधी का मिलना यूपी की राजनीति में भी संदेश दे गया। मोची से मिलने का असर बहन मायावती के जनाधार पर भी असर छोड़ेगा, जिसका पता बाद में चलेगा।