कांग्रेस ने सचमुच चौंका दिया। सबको उम्मीद थी कि अमेठी से राहुल गांधी या प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी, लेकिन राहुल गांधी ने रायबरेली से नामांकन किया और प्रियंका गांधी चुनाव ही नहीं लड़ेंगी। अमेठी से गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा ने नामांकन किया। पूरी भाजपा अवाक है, उसकी प्लानिंग धरी की धरी रह गई।
भाजपा को उम्मीद थी कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। ऐसा होने पर भाजपा की स्मृति ईरानी रोज राहुल गांधी पर कुछ व्यक्तिगत हमले करती और कांग्रेस उसी में उलझी रहती। इस तरह कांग्रेस अपना एजेंडा भूल कर जवाब देने में लग जाती। कांग्रेस का एजेंडा है नौकरी, रोजगार, किसानों का कर्जा माफ, गरीब महिलाओं को हर साल एक लाख रुपए, हर ग्रेजुएट को अप्रेटिंसशिप और साल में एक लाख रुपए तथा संविधान और आकक्षण की रक्षा। कांग्रेस इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है।
राहुल गांधी ने रायबरेली से नामांकन करके भाजपा की योजना को ध्वस्त कर दिया है। प्रियंका गांधी कहीं से प्रत्याशी नहीं हैं। इसलिए परिवारवाद भी नहीं चलेगा। भाजपा समर्थक कह रहे थे कि अमेठी में हमेशा राहुल गांधी ही चुनाव लड़ेंगे, तो साधारण कार्यकर्ता को कब मौका मिलेगा। अब केएल शर्मा प्रत्याशी बन गए हैं, तो भाजपा का यह हमला भी बेकार हो गया है। शर्मा के नामांकन में प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं। उन्होंने रोड शो किया और कहा आप सभी जानते हैं कि किशोरी लाल शर्मा जी अमेठी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। किशोरी जी अमेठी की गांव-गलियों और कार्यकर्ताओं को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। वे यहां की समस्याओं को भी भली-भांति समझते हैं।किशोरी जी पिछले 40 साल से आपकी सेवा कर रहे हैं। इसलिए मेरा विश्वास है कि आप सभी हमारे साथ मिलकर किशोरी जी को जीत दिलाएंगे।
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राहुल गांधी के नामांकन के दौरान सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी समेत कई वरष्ठ नेता मौजूद थे।