विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपने अमेरिकी दौरे से भाजपा तथा आरएसएस पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। भाजपा नेताओं ने उग्र शब्दों में विरोध किया, लेकिन उसे लोगों ने अस्वीकार कर दिया। हालत यह है कि भाजपा नेता राहुल गांधी के खिलाफ बोल कर राहुल गांधी का कद ही बढ़ा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी को देशद्रोही तक कह दिया, लेकिन वे खुद हल्के हो गए। लोग पूछ रहे हैं कि अगर राहुल गांधी देशद्रोही हैं, तो दिल्ली पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार करिए। मालूम हो कि राहुल गांधी ने भारत में बेरोजगारी की चर्चा करते हुए कहा कि चीन में बेरोजगारी नहीं है, क्योंकि वहां प्रोडक्शन हो रहा है। भारत में सिर्फ पुर्जे जोड़े (एसेंबलिंग) जा रहे हैं। इस पर भाजपा नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी देश के खिलाफ बोल रहे हैं। जवाब में लोग कह रहे हैं कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी धरती पर कहा था कि 2014 से पहले भारतीय अपने को भारतीय कहने में शरमाते थे। लोग कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री का वह बयान ज्यादा खराब था।

राहुल गांधी जहां एक तरफ भाजपा और संघ की नीतियों की बखिया उधेड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अपनी नीति और कार्यक्रम पर बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आइडिया ऑफ मोदी इज गोन। आइडिया ऑफ मोदी मतलब 56 इंच सीना, ईश्वर से सीधा कनेक्शन और महाराज की तरह सत्ता का संचालन। ये सब अब इतिहास की बात हो गई है।

राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लड़ाई सिर्फ चुनावी नहीं है, बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। संघ की विचारधारा देश की विविधता, संविधान के खिलाफ है, जबकि कांग्रेस संविधान की रक्षा के लिए लड़ रही है। उन्होंने जाति गणना के बारे में कहा कि अब इसे कोई नहीं रोक सकता।

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राहुल गांधी के हमले का जवाब देने में भाजपा बुरी तरह पिछड़ती जा रहा है। वह पप्पू साबित नहीं कर सकती, क्योंकि राहुल गांधी ने उस इमेज को भारत जोड़ो यात्रा में ही तोड़ दिया था। अब राहुल गांधी की नई आलोचना विकसित कर पाने में भाजपा अभी तकसफल नहीं हुई है। वह जितना हमला कर रही है, राहुल गांधी को उतना ही फायदा हो रहा है। सबसे बड़ी बात कि प्रधानमंत्री मोदी को भी अमेरिका जाना है, उससे पहले राहुल गांधी ने एजेंडा सेट कर दिया है। अब देखना है कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में किस तरह राहुल गांधी के नैरेटिव का जवाब देते हैं।

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By Editor


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