कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर बिहार आ रहे हैं। वे सात अप्रैल को पटना में संविधान बचाओ सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस साल उनकी यह तीसरी बिहार यात्रा है। वे कन्हैया कुमार की पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा में भी शामिल हो सकते हैं। इस बात की घोषणा बिहार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अलावरु ने शुक्रवार को पार्टी दफ्तर सदाकत आश्रम में की।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने पूरा जोर लगा दिया है। छात्र और युवा संगठन पलायन को मुद्दा बना कर पदयात्रा कर रहे हैं, जबकि पिछड़ा और दलित विभाग अपने-अपने समाज में संविधान बचाने को मुद्दा बना कर सक्रिय है। राहुल गांधी इसी साल जनवरी और फरवरी में बिहार आ चुके हैं।
हाल में बिहार के कांग्रेस नेताओं की बैठक दिल्ली में हुई, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा राहुल गांधी भी मौजूद थे। उनकी मौजूदगी में बिहार में पार्टी के विस्तार की रणनीति बनी। अलावरु कह चुके हैं कि कांग्रेस किसी की बी टीम बन कर काम नहीं करेगी, बल्कि ए टीम बन कर जनता के मुद्दे उठाएगी।
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अप्रैल महीने में बिहार का दौरा करेंगे। गृह मंत्री अमिस शाह भी आ रहे हैं। वे 29 मार्च को पटना पहुंचेंगे। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अभी तक विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने पर सहमित नहीं दी है। इस बात को लेकर जदयू के भीतर चिंता है। वहीं पार्टी का एक हिस्सा भाजपा के आगे समर्पण कर चुका है। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी अपने लिए अधिक सीटें चाहते हैं। सीटों को लेकर एनडीए में जबरदस्त खींचतान है।