लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सिर्फ 18 दिनों में दूसरी बार बिहार आ रहे हैं। वे कल 5 फरवरी को स्वतंत्रता सेनानी तथा कांग्रेस के बड़े दलित नेता रह चुके जगलाल चौधरी के जयंती समारोह में हिस्सा लेने आ रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने एक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।
स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की 130 वीं जयंती पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित की गई है। इसकी तैयारी में कांग्रेस के प्रभारी सुशील पासी तथा शाहनवाज आलम के नेतृत्व में पहले से की जा रही थी।
इससे पहले राहुल गांधी 18 जनवरी को पटना के बापू सभागार में आयोजित संविधान रक्षा सम्मेलन में आए थे। उसके बाद वे लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव से मिले थे। उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों से भी मुलाकात की थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि कांग्रेस किसी की पिछलग्गू नहीं है। हमारी तैयारी राज्य की सभी 243 सीटों पर है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राजद और कांग्रेस का गठबंधन अटूट है।
इतनी जल्दी राहुल गांधी के दुबारा आने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश दिख रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस दलितों में फिर से पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, जो एक समय उसका मुख्य आधार थे। इससे पहले बिहार में पार्टी के विस्तार को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का जोर नहीं था, लेकिन राहुल गांधी के इतनी जल्दी फिर से बिहार आने पर माना जा रहा है कि पार्टी बिहार में जोर देने की रणनीति बना चुकी है। याद रहे इसी साल अक्टूबर-नवंबर में राज्य विधानसभा के चुनाव होंगे।
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पार्टी कार्यकर्ताओं को भरोसा है कि राहुल गांधी के बिहार पर ध्यान देने से इंडिया गठबंधन को फायदा होगा। क्या राहुल गांधी इस बार भी लालू परिवार से मुलाकात करेंगे या किसी अन्य कार्यक्रम में जाएंगे यह जानकारी नहीं मिल सकी है।