राजश्री के राजनीति में आने की चर्चा पर मिल गया जवाब
कल रात जब तेजस्वी व राजश्री की जोड़ी राबड़ी देवी आवास पर पहुंची तो उनका भव्य स्वागत हुआ। राबड़ी देवी ने छोटी बहू की आरती उतारी। राजश्री राजनीति में आयेंगी?
रसेल से राजश्री बनी तेजस्वी यादव की पत्नी अपनी ससुराल पहुंच चुकी हैं. कल रात जब तेजस्वी व रसेल की जोड़ी राबड़ी देवी आवास पर पहुंची तो उनका भव्य स्वागत किया गया. राजश्री की सासु मां राबड़ी देवी ने उनका बिहारी परम्परा के साथ स्वागत किया. काफी देर तक कार के अंदर ही तरह तरह की रस्म अदायगी हुई. राबड़ी देवी ने अपनी छोटी बहु की आर्ती उतारी. उनको टीका लगाया. उधर लालू राबड़ी परिवार के अनेक सदस्यों ने इस रस्म अदायगी में भाग लिया. इस बीच इस खूबसूरत नजारे एक छोटी बच्ची भी देख रही थी लेकिन उसे लग रहा था कि वह दुल्हन को और करीब से देखे. इस लिए वह बड़ों का ध्यान अपनी तरफ खीचने के लिए रोती है. इस नजारे को देख कर तेजस्वी की पत्नी मंद मंद मुस्का रही हैं. वह बच्ची दुल्हन के पास कार में बैठना चाहती है. तभी तेजस्वी बोल पड़ते हैं अगली सीट पर बिठा दो.
इस रस्म अदायगी के बाद की तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसमें राजश्री अपने पति तेजस्वी को खीर खिलाती हुई दिख रही हैं. बिहार की यह पुरानी परम्परा है कि जब नयी दुल्हन आती है तो खीर पुड़ी बनाया जाता है. और दुल्हे-दुल्हन को सामने परोसा जाता है.
अब राजश्री औपचारिक रूप से लालू परिवार का हिस्सा बन गयी हैं. ऐसे में लोग यह सवाल भी उठाने लगे हैं कि राज श्री सक्रिय राजनीति में आयेंगी? इस सवाल का जवाब भी मिल गया है. हम आप को इसका जवाब भी बताना चाहते हैं पर पहले आपको बता दें कि राज श्री के बारे में अभी भी बहुत सारी जानकारियां प्रमाणिक रूप से सामने नहीं आयी हैं. कुछ लोग कहते हैं कि राज श्री उर्फ रसेल तेजस्वी यादव के छात्र जीवन की दोस्त हैं. दोनों साथ ही दिल्ली के डीपीएस में पढ़ते थे. लेकिन इस मुद्दे पर तेजस्वी परिवार की तरफ से कुछ भी पुष्टि नहीं की गयी है. उधर तेजस्वी यादव के मामा साधु यादव ने राज श्री के बारे में कुछ बेतुके बयान भी दिये हैं. कुछ लोग राज श्री को बार गर्ल के रूप में भी पेश करने से नहीं चूके.जबकि तेजस्वी ने इसका कल जवाब भी दिया. उन्होंने कहा कि राज श्री बार गर्ल नहीं हैं. लेकिन राज श्री के बारे में भले ही कोई खास जानकारी अभी तक उजागर नहीं की गयी हो, यह तय है कि आने वाले दिनों में उनका राजनीतिक हस्तक्षेप निश्चित तौर पर बढ़ेगा. राजद के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि फिलहाल राजश्री के राजनीति में प्रवेश की कोई संभावना नहीं है लेकिन इन सब बातों के बावजूद इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता कि हालात अगर वैसे बनेंगे तो राजश्री राजनीति में आयेंगी, यह तय है.
यह इसलिए भी कि आने वाले समय में महिलाओं का रसूख बढ़ने वाला है. सोनिया गांधी के बाद प्रियंका गांधी का सक्रिय राजनीति में आने का मामला हो. अखिलेश की पत्नी डिम्पल की मिसाल हो या अनुप्रिया पटेल का उदाहरण हो. समय की मांग के अनुकूल राजश्री का भी राजनीति में पदार्पण होना तय है. वैसे भी लालू परिवार में राबड़ी देवी से ले कर मीसा भारती के उदाहरण भी सामने हैं. लालू प्रसाद के समय एक ऐसा संयोग हुआ था कि एक विशुद्ध गृहिणी होने के बावजूद राबड़ी देवी को राजनीति में आना पड़ा. लिहाजा इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि राजश्री राजनीति में नहीं आयेंगी. बस उचित समय में निश्चित ही तेजस्वी यादव को राजश्री के राजनीति में प्रोजेक्ट करना ही होगा.
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