राज्यसभा में मनोज झा ने दिखाई तंज की ताकत, भाजपा निरुत्तर
व्यंग्य में बहुत ताकत होती है। एक व्यंग्य विरोधी को पानी-पानी कर सकता है। आज राज्यसभा में राजद नेता मनोज झा ने ऐसा ही कुछ कहा।
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आज राज्यसभा में राजद नेता मनोज झा ने भाजपा सरकार पर करारा व्यंग्य किया। राज्यसभा के कई सदस्य उनके समर्थन में आवाज देते दिखे, वहीं संसद के बाहर भी उनके व्यंग्य की चर्चा है।
राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा-यह सरकार बहुत पारदर्शी है। इसके बिल को देखते ही पता चल जाता है कि इसके पीछे कौन है। बिल देखकर ही समझ में आ जाता है कि इसका लाभार्थी कौन है। बिल को इस तरह पेश करना भी एक कला है। मुबारक हो। उनके इतना कहते ही अगल-बगल की सीटों से आवाजें आईं-एयरपोर्ट से पोर्ट तक।
तीन मामलों में खास है प्रियंका गांधी का सहारनपुर दौरा
मनोज झा ने कहा कि इस देश की गुलामी समुद्र के रास्ते आई थी (लेकिन अंग्रेजों को जाना पड़ा)। कोई भी राजनीतिक संस्था स्थायी नहीं होती। बदलाव होता रहता है। लेकिन आप जो बिल लाएं, वह व्यापक समुदाय के हितों को ध्यान में रखकर हो। आप लार्जर इश्यू को ध्यान में रखकर बिल लाएं, न कि कुछ मीडिया चैनल को देखकर। इस तरह उन्होंने मीडिया चैनलों को भी घेरा।
मनोज झा के करारे व्यंग्य पर चर्चित पत्रकार ने लिखा-इस तंज में भी तर्क है। दरअसल मनोज झा का इशारा कृषि कानूनों की तरफ था। उन्होंने बिना किसी कॉरपोरेट घराने का नाम लिये, बता दिया कि कानून से किसे लाभ होनेवाला है। मनोज झा के राज्यसभा में दिए गए भाषण का वीडियो आते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है।
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इस बीच केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संसद के बाहर भी नारे लगे। आज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जय किसान-जय जवान अभियान के तहत सहारनपुर में किसान महापंचायत की।