राज्यभर में JDU का आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल
पटना गांधी मैदान में बापू की प्रतिमा के सामने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह धरने पर बैठे। राज्यभर में आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल अभियान चलाया।
भाजपा के आरक्षण विरोधी चेहरे को बेनकाब करने और इस मुद्दे पर उसके द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने के लिए प्रदेश जदयू द्वारा सभी जिला मुख्यालय पर ‘‘आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल’’ कार्यक्रम के तहत गुरुवार को गाँधी मैदान स्थित बापू की मूर्ति के निकट पूर्वाहन 11ः00 बजे से 4 बजे तक धरना दिया गया। पटना जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक श्री अरुण मांझी की अध्यक्षता में हुए धरना का मंच संचालन पटना महानगर अध्यक्ष श्री रबिंद्र कुमार पटेल ने किया।
धरना में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह “ललन”, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह ‘‘गांधी’’, प्रदेश महासचिव चंदन कुमार सिंह, लोक प्रकाश सिंह, सचिव मनीष कुमार, वासुदेव कुशवाहा, प्रवक्ता रणवीर नंदन, परिमल कुमार, प्रदेष सचिव विनीता स्टैफी पासवान, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्वेता विश्वास, व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कमल नोपानी, शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 अमरदीप, युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज, छात्र जदयू के प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल ने धरना में भाग लिया।
पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा की भाजपा का चेहरा दिखाने वाला कुछ और असल में दूसरा है। भाजपा एक कठपुतली है जिसे आरएसएस हिलाती और चलाती है। आज भाजपा के खिलाफ पूरे बिहार में काफी जनाक्रोश है जो पार्टी द्वारा दिए जा रहे धरना में लोगों की भागीदारी से स्पष्ट है। अति पिछड़ा वर्ग के लिए नीतीश कुमार जी के मन में जो भाव रहा है वह 1978 से स्पष्ट है और जब उन्हें 2005 में प्रदेश की सेवा का अवसर मिला तो उन्होंने तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाकर पंचायती राज व्यवस्था और नगर निकायों में 20ः आरक्षण अति पिछड़े वर्ग के लोगों को तथा सभी वर्ग की 50ः महिलाओं को आरक्षण दिया।
उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ा समाज के लोगों को मुख्यधारा में लाने एवं सशक्त बनाने का वचन श्री नीतीश कुमार जी ने दिया है और अति पिछड़ा वर्ग के लोग भी नीतीश कुमार जी का चेहरा देखते हैं, जिन्हें उन्होंने आवाज और पहचान दिया है। नीतीश जी जो बोलते हैं वह करते हैं। उन्होंने कहा था बिजली की स्थिति में सुधार नहीं होगा तो वोट नहीं मांगेंगे, मैं प्रधानमंत्री जी को चुनौती देता हूं कि वह गांधी मैदान में आकर बोलें कि अगर हमने काम नहीं किया है तो आप हमें वोट मत दीजिए। नीतीश जी ने 2015 में हर घर में बिजली पहुंचाने की घोषणा की यह कार्य बिहार में पूरा हो गया। हर घर नल का जल पहुंचाने का संकल्प लिया केंद्र ने बाद में दोनों का अनुसरण किया।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि 10 व 20 अक्टूबर को होने वाले निकाय चुनाव को कोर्ट द्वारा स्थगित किये जाने को लेकर भाजपा भ्रम फैलाने में लगी है। सत्ता से बाहर होने के बाद भाजपा के लोग बौखला गए हैं, हम लोग भाजपा के कुप्रचार का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
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