यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी के बाद अब बाबा रामदेव भी नरेंद्र मोदी के आलोचकों की कतार में शामिल हो गये हैं. चार साल में पहली बार बाबा रामदेव ने मोदी सरकार के ऊपर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
रामदेव ने देश में बढ़ती बेरोजगारी पर मोदी सरकार की पालिसियों पर निशाना साधते हुए कहा कि बेरोजगारी, गरीबी और भुखमरी भारत माता के माथे पर कलंक बनता जा रहा है और इस समय बेरोजगारी सबसे बड़ा सवाल बन गया है. भोपाल में आयोजित समारोह में रामदेव ने मध्यप्रदेश व केद्र दोनों सरकारों पर निशाना साधा और कहा कि केंद्र व राज्य सरकार बेरोजगारी खत्म करने की दिशा में कोई काम नहीं कर पा रही हैं. हालांकि रामदेव ने अपनी कम्पनी पतंजलि की तारीफ की और कहा कि इस महीने में सेल्स डिपार्टमेंट में पतंजलि ने 11 हजार नौकरियां दी हैं.
इससे पहले पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों पर भी रामदेव ने केंद्र सरकार पर उंगली उठाई है.
गौरतलब है कि बाबा रामदेव उन लोगों में से रहे हैं जिन्होंने मोदी सरकार के हर अच्छे बुरे फैसले की तारीफ करते रहे हैं. राम देव पर आरोप लगता रहा है कि पतंजलि , अदानी व अम्बानी परिवार की तीन ऐसी कम्पनियां हैं जिन्होंने मोदी सरकार की पालिसयों का भरपुर लाभ उठाया है. ऐसे में देखने वाली बात यह है कि रामदेव कब तक मोदी सरकार की आलोचना में शामिल रहते हैं.