अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जहां रामलला बिराजमान हैं, वहां पहली बारिश में ही पानी टपकने लगा है। पानी निकलने का रास्ता भी नहीं है। याद रहे राममंदिर के उद्घाटन के पांच महीने ही हुए हैं। मुख्य पुजारी ने निर्माण की जांच की मांग कर दी है। कांग्रेस ने भी राममंदिर में घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।
श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बड़ा खुलासा किया है। कहा कि पहली ही बारिश में छत चूने लगा है। उन्होंने निर्माण की जांच की मांग कर दी है।
मुख्य पुजारी ने कहा कि जुलाई, 2025 तक काम का पूरा होना असंभव है। याद रहे शंकराचार्यों ने मंदिर के उद्घाटन में हिस्सा नहीं लिया था। कहा था कि अधूरे राममंदिर का उद्घाटन शास्त्रों के अनुसार अनुचित है।
राममंदिर के मुख्य पुजारी का वीडियो वायरल है, जिसमें वे बता रहे हैं कि पहली बारिश में ही छत टपकने लगा है और पानी निकासी का कोई रास्ता भी नहीं है। उन्होंने ये बातें मीडिया से बात करते हुए कहीं। कांग्रेस नेता तथा कांग्रेस के नेशनल मीडिया पेनलिस्ट सुरेंद्र राजपूत ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, ‘जहां रामलला विराजमान हैं, वहां पहली ही बारिश में पानी टपकने लगा है, जिसकी जांच होनी चाहिए.’ प्रभु राम के धाम पर भी भ्रष्टाचार है राम।
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एबीपी की खबर के मुताबिक राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जो राम मंदिर बना है, उसमें पानी निकलने का कोई रास्ता नहीं है, ऊपर से पानी में चूने लगा है। उन्होंने कहा कि ये समस्या बहुत बड़ी है, सबसे पहले इस समस्या का समाधान होना चाहिए। मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि अगर ऐसे कहा जा रहा है कि मंदिर का पूरा निर्माण कार्य 2025 में पूरा हो जाएगा तो ये अच्छी बात है, लेकिन ऐसे अंसभव है, क्योंकि अभी बहुत कुछ बाकी है बनाने को लेकर। याद रहे मंदिर का उद्घाटन इसी साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
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