रामविलास की लिगेसी की जंग; पारस पर भारी पड़े चिराग
रामविलास की जयंती पर एक तरफ चाचा पारस कार्यक्रम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ चिराग आशीर्वाद यात्रा पर हैं. लेकिन भीड़ के मामले में चिराग भारी पड़ रहे हैं.
रामविलास पासवान की जयंती पर उनकी सियासी लिगेसी की जंग पहली बार जमीन पर पहुंच गयी है. एक तरफ चिराग आशीर्वाद यात्रा पर हैं तो दूसरी तरफ उनके चाचा पारस कार्यक्रम कर रहे हैं.
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चिराग अपने पिता की जयंती पर हाजीपुर में आशीर्वाद यात्रा शुरू करने पहुंचे हैं तो दूसरी तरफ उनके चाचा पशुपति पारस रामविलास की जयंती का समारोह पटना में लोकजनशक्ति पार्टी के दफ्तर में मना रहे हैं.
पिता जी स्वर्गीय राम विलास पासवान जी के जन्म दिवस के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रदीप श्रीवास्तव जी द्वारा लिखी गई पुस्तक **संकल्प साहस और संघर्ष** का लोकार्पण मम्मी आदरणीय रीना पासवान जी द्वारा किया गया
भीड़ और संख्या बल के हिसाब से चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति पारस पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं. आज वह जब दिल्ली से पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए हुजूम उमड़ पड़ा. दूसरी तफ पशुपति पारस के कार्यक्रम में अपेक्षाकृत कम भीड़ दिखी.
पिता जी स्वर्गीय राम विलास पासवान जी के जन्म दिवस के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रदीप श्रीवास्तव जी द्वारा लिखी गई पुस्तक **संकल्प साहस और संघर्ष** का लोकार्पण मम्मी आदरणीय रीना पासवान जी द्वारा किया गया। pic.twitter.com/3t9o4MSvps
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) July 5, 2021
चिराग ने फैसला किया है कि वह अपने पापा की जयंती पर राज्य भर में आशीर्वाद यात्रा करेंगे. इसके पहले चरण के तहत उन्होंने अपने पिता की कर्मभूमि और चाचा के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से कार्यक्रम की शुरुआत की है.
चिराग के कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ रही है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पशुपति पारस ने लोकजनशक्ति पार्टी के छह में से पांच सांसदों के साथ खुद के धड़े को आरिजिनल लोकजनशक्ति पार्टी घोषित किया था. साथ ही चिराग पासवान को पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया था. दूसरी तरफ चिराग ने पशुपति पारस और उनके साथ गये सासंदों को पार्टी से निकालने का ऐलान कर दिया था.