RCP ने 9 साल में खरीदे 58 प्लाट, JDU ने जारी किया नोटिस
पहली बार किसी पार्टी ने अपने ही पूर्व अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। आरोप है कि RCP ने 9 साल में 58 प्लाट खरीदे। RCP समर्थक बचाव में आए। दी बड़ी जानकारी।
जदयू ने अपने ही पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने अपनी जांच में पाया कि आरसीपी सिंह ने 9 साल में 58 प्लाट खरीदे। ये सभी नालंदा जिले में हैं। इसी के साथ पार्टी ने आरसीपी को नोटिस भी जारी कर दिया है। आरसीपी समर्थक ने कहा कि उनके पास गांव में जमीन है, जिससे सालाना 30 लाख रुपए की आमदनी होती है। यह भी कहा कि आरसीपी पर जो आरोप है, वह सभी जमीन नालंदा जिले में हैं, जहां जमीन की कीमत हजार में होती है।
बिहार की राजनीति में नया खेला हो गया है। जदयू ने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2013 के बाद से अब तक अस्थावां और इस्लामपुर में 40 बीघा जमीन खरीदी है। इल आरोप के बाद संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि आरसीपी सिंह को पार्टी ने नोटिस जारी कर दिया है। जवाब का इंतजार है।
इस बीच आरसीपी सिंह के समर्थक कन्हैया सिंह ने अपने फेसबुक पर एक वीडियो जारी करके कहा है कि सारे आरोप गलत हैं। वे पिछड़ों के बड़े नेता के रूप में उभर रहे थे, इसलिए उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस जमीन की बात की जा रही है, वह सभी नालंदा जिले में है, जहां जमीन की कीमत हजारों में होती है। आरसीपी के परिवार के पास पहले से जमीन है, जिससे सालाना 30 लाख रुपए की आमदनी होती है।
इस बचाव के बाद भी सवाल खत्म नहीं होते। लोग पूछ रहे हैं कि नालंदा बिहार के विकसित जिलों में एक है। वहां हर प्रखंड में कोई इंडीनियरिंग कालेड, मेडिकल कालेज, पालिटेक्निक, आईटीआई सहित कई संस्थान हैं। वहां की मिट्टी भी उपजाऊ है, तो जमीन इतनी स्स्ती कैसे हो सकती है। फिर कृषि से हर साल 30 लाख रुपए यानी हर महीने लगभग सवा लाख रुपए आय भी लोगों को पच नहीं रही है।
एक सवाल यह भी कि क्या आरसीपी को पहले से पता था कि ऐसे मामले उठेंगे, इसलिए वे भाजपा के करीब हुए। जदयू में वे अकेले नेता हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री के हर घर तिरंगा अभियान का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया में डीपी बदल दी।
महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का विरोध टर्निंग प्वाइंट बना, BJP परेशान