कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह के साथ अपनी तस्वीर सोशल मीडिया में शेयर करने वाले आरसीपी सिंह ने भाजपा छोड़ने का एलान कर दिया है। एक इंटरव्यू में उन्होंने साफ कर दिया कि वे अपनी अलग पार्टी बनाएंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह अपनी अलग पार्टी बनाएंगे। मीडिया में उनके एलान के साथ ही पटना में उनकी तस्वीरों वाले पोस्टर लग गए हैं। एक होर्डिंग में लिखा है-टाइगर अभी जिंदा है।
आरसीपी के इस फैसले से तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि वे नई पार्टी बना रहे हैं, तो जाहिर है वे अगले साल विधानसभा का चुनाव भी लड़ेंगे। माना जा रहा है कि उनके चुनाव लड़ने से सबसे ज्यादा नुकसान नीतीश कुमार को होगा। कई लोगों का यह भी मानना है कि जदयू छोड़ने के बाद भाजपा ज्वाइन करने में उन्हें नौ महीने लगे थे। वे बार-बार दिल्ली जा रहे थे, लेकिन भाजपा नेता तवज्जो नहीं दे रहे थे। बाद में धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें दिल्ली में पार्टी की सदस्यता दिलाई। तब नीतीश कुमार आरजेडी के साथ थे। भाजपा चाहती थी कि आरसीपी सिंह भाजपा में शामिल होने के बजाय अपनी पार्टी बनाएं। अब जा कर उन्होंने अपनी पार्टी बनाने का एलान कर दिया है।
—————
PK के बेलागंज, इमामगंज प्रत्याशी घोषित, समझिए उनकी सियासत
भाजपा में लगातार उपेक्षा के बाद उन्होंने जदयू में वापसी के भी संकेत दिए थे। उन्होंने नीतीश कुमार की आलोचना बंद कर दी थी और उनके योगदान की चर्चा करने लगे थे। लेकिन जदयू में आज जो लोग नीतीश कुमार के करीबी हैं, उन्होंने आरसीपी के लिए दरवाजा बंद कर दिया था। ऐसे में अब उनके सामने अपनी अलग पार्टी बनाने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा। जदयू के जिला स्तर के कार्यकर्ताओं से उनके संबंध आज भी हैं। माना जा रहा है कि उनके साथ जदयू के कार्यकर्ता ही जाएंगे और वे नीतीश कुमार को नुकसान पहुंचाएंगे।
नीतीश बीमार, जदयू में भगदड़, कई नेता राजद में शामिल