रेपिस्टों की सजा माफी पर गुजरात सरकार को SC का नोटिस
बिलिकस गैंगरेप मामले में रेपिस्टों की सजा माफ करनेवाली गुजरात सरकार, रेपिस्टों को माला पहनानेवाले तथा उन्हें संस्कारी ब्राह्मण बताकर पक्ष लेनेवालों को झटका।
आज सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप के अपराधियों की सजा माफ करने के मामले में गुजरात की भाजपा सरकार को नोटिस जारी कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से रेपिस्टों की सजा माफ करनेवाली गुजरात सरकार, रेपिस्टों को माला पहना कर उनका स्वागत करने वाले, मिठाई खिलानेवालों से लेकर रेपिस्टों को संस्कारी ब्राह्मण बता कर उनका घृणित बचाव करनेवालों को बड़ा झटका लगा है। मालूम हो कि गुजरात दंगे के दौरान बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप किया गया ता, उनकी तीन साल की बेटी की भयानक तरीके से हत्या के साथ ही अन्य परिजनों को मार दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को बिलकिस बानो केस में 11 सजायाफ्ता दोषियों की सजा माफी के खिलाफ दायर अपील स्वीकार कर ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना के नेतृत्ववाले बेंच ने गुजरात सरकार को नोटिस जारी करके जवाब दाखिल करने को कहा है। चीफ जस्टिस रमना शुक्रवार को अवकाश प्राप्त करने वाले हैं। मिल रही खबरों के अनुसार मामले की सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी उन चुनिंदा नेताओं में हैं, जो लगातार बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप करने वाले अपराधियों की सजा माफ करने के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। आज फिर उन्होंने कहा-‘बेटी बचाओ’ जैसे खोखले नारे देने वाले, बलात्कारियों को बचा रहे हैं। आज सवाल देश की महिलाओं के सम्मान और हक़ का है। बिलकिस बानो को न्याय दो।
रेपिस्टों की सजा माफी के तुरत बाद उन्होंने कहा था-5 महीने की गर्भवती महिला से बलात्कार और उनकी 3 साल की बच्ची की हत्या करने वालों को ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के दौरान रिहा किया गया। नारी शक्ति की झूठी बातें करने वाले देश की महिलाओं को क्या संदेश दे रहे हैं? प्रधानमंत्री जी, पूरा देश आपकी कथनी और करनी में अंतर देख रहा है।
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