राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह सहित राज्य के प्रमुख नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर जम कर हमला किया। कहा कि भाजपा संविधान खत्म करना चाहती है, संविधान द्वारा दिया आरक्षण का अधिकार खत्म करना चाहती है।
प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा संविधान में संशोधन की बात करने वाली भाजपा पिछले दरवाजे से ऐसा रास्ता निकाल रही है जिससे अडानी और अंबानी को फायदा भी हो और आरक्षण व्यवस्था भी समाप्त हो जाए। भाजपा आरएसएस के विचारों पर चलने वालों को संयुक्त सचिव बना रही है और बिना आरक्षण व्यवस्था के सैंकड़ों लोगों को नियुक्त किया जा रहा है। उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा कि वो बताएं कि क्यों ऐसे पाप के भागीदार बने हुए हैं। भाजपा के साथ मिलकर पिछले दरवाजे से आरक्षण व्यवस्था को समाप्त क्यों कर रहे हैं।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चैधरी ने कहा कि आरक्षण सामाजिक गैरबराबरी को सुधारने के लिए दिया गया है न कि आर्थिक स्थिति को आधार बनाने के लिए। 2014 के बाद से लगातार आरक्षण व्यवस्था को समाप्त करने के लिए पिछले दरवाजे से कार्य किया जा रहा है। दलित और आदिवासियों के छात्रवृति और बैकलॉग को रोक दिया गया है। निजीकरण कर आरक्षण समाप्त किया जा रहा है।
—————
मोदी सरकार ने किया सरेंडर, संविधान, आरक्षण की हुई जीत
प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव इस मामले को उठाते रहे हैं और उसी दबाव का नतीजा है कि आज सरकार ने लेटरल इंट्री के माध्यम से नियुक्ति को रोकने की बात कही है। पहले से ही केन्द्र सरकार की आरक्षण पर डाका डालने की सोच रही है और उसी के अनुरूप कार्य किया जा रहा था। नीतीश जी सत्ता के लिए आरक्षण भक्षी के तौर पर लोगों में जाने जाते हैं। आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं किया जा रहा है। संयुक्त सचिव के तौर पर आरएसएस के विचारधारा को हर विभाग में पहुंचाने का केन्द्र सरकार का मंशा रहा है, उसी के अनुरूप कार्य किया जा रहा है। राष्ट्रीय जनता दल संघ लोक सेवा आयोग के उस विज्ञापन का विरोध करती है जिसमें आरक्षण की व्यवस्था नहीं है। इस मामले में नीतीश जी के साथ-साथ चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, चन्द्रबाबू नायडू, उपेन्द्र कुशवाहा के अलावा एनडीए के अन्य घटक दल के नेता भी उतने ही दोषी हैं जितना भाजपा। इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, अरूण कुमार यादव, प्रमोद कुमार सिन्हा, प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार राम उपस्थित थे।
28 दिन बाद भी FIR दर्ज नहीं, दर-दर की ठोकर खा रही महिला