अपनी जान व आबरूपर खतरे के साये में जी रही हैं ये लेडी मुखिया
बिहार के सीतामढ़ी जिले की सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया ने महलिा आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में उन्होंने डीएम समेत अनेक अफसरों पर गंभीर आरोप लगाया है.
जान और आबरू को खतरा
सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया ऋतु जयसवाल ने महिला आयोग में लिखित शिकायत दर्ज कराई है और कहा है कि बीपीएल परिवारों के राशन में धांधली और भ्रष्टाचार का विरोध करने पर वह भ्रष्टाचारियों को सह दे रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि सीतामढ़ी के एसडीएम और डीएम समेत अनेक अफसरान भ्रष्ट डीलरों का समर्थन दे रहे हैं. मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही हूं. इसके बाद मेरा पीछा किया जा रहा है. मेरी जान और मेरी अस्मिता को खतरा है.
ऋतु जयसवाल ने नौकरशाही डॉट कॉम के सम्पादक इर्शादुल हक को दिये इंटरव्यू में कहा है कि सीतामढ़ी के तमाम पंचायतों में गरीबों के राशन वितरण में भारी गड़बड़ी हो रही है. उन्हें एक महीने का राशन दिया जाता है और उनके राशन काड पर चार महीने तक के राशन के वितरित हो जाने की सूचना दर्ज कर ली जाती है. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो सीतामढ़ी के डीएम ने आरोपी डीलर को ही अपने आफिस में बुला कर सोशल मीडिया पर लाइव टेलिकास्ट करवाया कि मैं उस डीलर से रंगदारी मांग रही हूं. उन्होंने कहा कि मैंने जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ रही उसे ही हथियार बनाया गया.
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ऋतु जयसवाल एक ब्यरोक्रेट अरुण कुमार की पत्नी हैं जिन्होंने पिछले ही साल वीआरएस ले लिया है. जयसवाल की पंचायत को पिछले वर्ष उपराष्ट्रपति वेंकैया नाइडू ने सम्मानित किया था. उन्हें यह सम्मान उनके द्वारा पंचायत में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए दिया गया था.
ऋतु जयसवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की कीमत चुका रही हैं. उन्होंने कहा कि मेरे साथ कुछ भी हो सकता है. मेरी हत्या कराई जा सकती है या फिर रेप भी कराया जा सकता है.