बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में जहां एक ओर मामला गरम है, वहीं सियासी गलियारे में भी इस मुद्दे पर भाजपा सरकार विपक्ष के निशाने पर है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आज बीएचयू मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी बातें कड़वी लेंगी, मगर इन्हीं युवाओं ने उछल – उछल कर मोदी मोदी के नारे लगाये थे. उन्होंने कहा कि अब भाजपा को बहुत दिया है तो भुगतो. मनाओ अच्छे दिन.
नौकरशाही डेस्क
लालू ने एक के बाद एक कई ट्वीट के जरिए मोदी सरकार को घेरा. उन्होंने लिखा – ‘ बहुत कांग्रेस राज में गरियाये थे मनमोहन को. अब 80 रू पेट्रोल भी लो और लाठी भी खाओ, कर्म का फल यही भोग कर जाना होता है.’ आगे लिखा – ‘मनमोहन सिंह जी बेचारा पेट्रोल भी सस्ता दे रहा था. रसोई गैस भी सस्ता था. रेल किराया भी आधा, तब भी उन्हें गाली दिया. अब भुगतो.
हे राम उठा ले
इससे पहले उन्होंने बीएचयू मामले में कहा कि हमारी बाते थोड़ी कड़वी होगी. इन्हीं युवाओं ने उछल – उछल कर मोदी मोदी नारे लगाकर भाजपा को बहुमत दिया. अब भुगतो. अब अच्छे दिन मनाओ. इन लड़कियों की भी गलती है. मोदीजी जब वहीं थे तो क्यों नही गयी सभा में मोदी – मोदी नारे लगाने. खिला पिला कर 600रू नकद मिलता. लालू ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, आरएसएस और एक चैनल के पत्रकार रोहित सरदाना पर भी तंज कसा. उन्होंने लिखा कि पात्रा का कहना है कि ये लड़कियां मोदीजी की बढती लोकप्रियता को बदनाम करने के लिए खुद एक दूसरे पर लाठियां बरसाई. हे राम उठा ले.
आगे लिखा – ‘देश को मोदी जैसे धूर्त और झूठा प्रधानमंत्री नहीं, बल्की राहुल गांधी जैसे सच्चे ईमानदार, मृदुभाषी और सामाजिक एकता बनाये रखने वाले व्यक्ती चाहिए. उपराष्ट्रपति को संबोधित करते हुए लालू ने लिखा –‘ वेंकैया जी का कहना है कि ये लड़कियां पढने आती है या राजनीति करने आती. सही बात मित्रों, ये वेंकैया जी से पूछे खुद ABVP के छात्र नेता क्यों थे ? लालू ने महिला आरक्षण बिल को बीएचयू से जोड़ते हुए आरएसएस पर निशाना साधा और लिखा कि छात्राओं पर लाठी बरसाने वाले मोटे दिमाग वाले संघियों से आप उम्मीद लगाये बैठे हो वो महिला आरक्षण बिल पास करेगा?
लालू प्रसाद ने एक चैनल के पत्रकार के बारे में लिखा – डियर @sardanarohit उर्फ चोरदाना जी Triple Talaq पे 50 ट्वीट और Trend चलाने वाले आज #BHU_लाठीचार्ज पर ताल क्यो नहीं ठोका? मेहंदी लगी थी क्या? अपने अंदाज में व्यंग करते हुए लिखा कि पहले छात्रों ने लाठी खाया. फिर किसानों ने गोली खाया. अब छात्राओं ने लाठी खाई और ये कांगी कहते है कहां है सबका साथ सबका विकास!