गृह राज्य मंत्री का आतंक पर विवादित बयान, अपनी हैसियत को ही किया अपमानित
शाहबाज़ की रिपोर्ट
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा दिए गए ‘राजद की जीत से बिहार बनेगा आतंकवादियों की पनाहगाह’ वाले विवादित बयान को लेकर राजद ने जवाबी पलटवार किया है. 2015 की तरह 2020 में भी बिहार चुनाव के समय भाजपा नेता द्वारा विवादित बयान देने पर राजद-भाजपा में ज़ुबानी जंग छिड़ गयी है.
बिहार चुनाव महासंग्राम के करीब आते ही भाजपा द्वारा विवादस्पद बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है. आज केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने वैशाली ज़िले के महनार विधान सभा क्षेत्र में आयोजित चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘अगर बिहार में राजद की सरकार बनती है तो कश्मीर में जिस आतंकवाद का हम सफाया कर रहे हैं वह बिहार की धरती पर पनाह लेगा”.
गौरतलब है कि बिहार विधान सभा चुनाव 2015 के समय भी तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्द्वारा ने बिहार के रक्सौल में चुनावी सभा में विवादित बयान दिया गया था. उन्होंने कहा था कि अगर बिहार में महागठबंधन कि सरकार बनती है तो पाकिस्तान में पटाखे फोड़े जायेंगे. बता दें कि उस समय जदयू भी राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन का हिस्सा थी
केंद्रीय मंत्री द्वारा विवादित बयान पर महागठबंधन के CM उम्मीदवार एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सवालिया लहजे में जवाबी हमला करते हुए पूछा कि बिहार में बेरोज़गारी, गरीबी, भुखमरी और पलायन के आतंक पर उनका क्या कहना है?
राजद नेता तेजस्वी ने आगे कहा “बिहार में बेरोज़गारी दर 46.6% है. उनकी डबल इंजन सरकार ने 15 साल में क्या किया. यह उनका एजेंडे से हटने का प्रयास है. लेकिन हम एजेंडे पर चुनाव लड़ना चाहते हैं.
नित्यानंद राय द्वारा विवादित बयान पर राजद द्वारा घोर निंदा की गयी. इसपर भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि उन्होंने (नित्यानंद राय) ने यह बयान राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कहा है और उनका बयान तोड़मरोड़ कर पेश किया जा रहा है.
राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मनोज झा ने ट्वीट किया “आतंकवादियों को बिहार पनाह देगा वाले नित्यानंद जी के बयान से हरेक बिहारी आहत और अपमानित महसूस कर रहा है। साथ ही एक गंभीर सवाल गृह मंत्री श्री @AmitShah जी के महकमें पर भी स्वयं उनके MOS ने ही उठा दिया।देखते जाइये..10 नवंबर तक…जय बिहार, जय हिंद”.
बिहार चुनाव के समय भाजपा नेताओं द्वारा विवादस्पद बयान देना कोई अप्रत्याशित नहीं होता, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि भाजपा द्वारा ऐसा पहले भी हो चूका है. जैसे 2015 में अमित शाह ने बिहार में महागठबंधन का कनेक्शन होने का विवादस्पद बयान दिया था. लेकिन इस बार भाजपा ने राजद पर सीधे हमला किया गया है और अब राजद सरकार में बिहार के आतंकियों को शरण मिलने जैसा विवादित बयान दे दिया गया.
यह बिहार में महागठबंधन की संभावित जीत और तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए भी हो सकता है.
राजद नेता सैयद फैसल अली ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नित्यानंद राय ने खुद को ही अपमानित किया। उनसे पूछा जाना चाहिए कि वह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री होते हुए भी आतंकवाद पर नियंत्रण नहीं कर पाए अब कह रहे हैं कि आतंकवादी बिहार में शरण लेंगे।