राजद के बड़बोले विधायकों को लालू ने हड़काया, कहा चुप रहिए
राजद के बड़बोले विधायकों को लालू ने हड़काया, कहा चुप रहिए। विधानमंडल दल की बैठक में मंत्री चंद्रशेखर को नसीहत। एक ही कार में नीतीश-तेजस्वी और तेज प्रताप।
राजद और जदयू में जारी बयानबाजी पर सोमवार को लालू प्रसाद ने हस्तक्षेप किया। विधानमंडल दल की बैठक में सभी विधायकों और विधान पार्षदों को कहा कि आगे से कोई बयानबाजी न हो। सब चुप रहें। उन्होंने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को कहा कि वे अधिकारी से विवाद में न पड़ें, बल्कि शिक्षा कैसे बेहतर हो, इसके लिए काम करें। स्कूलों को बेहतर बनाने तथा पढ़ाई की गणवत्ता बेहतर करने पर अपना ध्यान लगाएं।
आज के घटनाक्रम में एक खास बात यह हुई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ एक ही कार से विधानसभा पहुंचे। कार में लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी थे। ऐसा करके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन अफवाहों की हवा निकाल दी, जिसमें कहा जा रहा था कि राजद और जदयू में पट नहीं रहा है और दोनों के रास्ते जल्द ही अलग होनेवाले हैं।
नौकरशाही डॉट कॉम ने दो दिन पहले ही खबर दी थी कि लालू प्रसाद ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को कोई तवज्जो नहीं दिया और उनसे कहा कि विभाग के अधिकारी से विवाद से महाठबंधन सरकार की छवि खराब हो रही है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर लालू प्रसाद से तब मिले थे, जब लालू प्रसाद अपने चेक अप के लिए दिल्ली जा रहे थे। उस मुलाकात के बाद शिक्षा मंत्री ने विवादों से पैर खींच लिये थे। आज विधानमंडल दल की बैठक में लालू प्रसाद ने पुनः शिक्षा मंत्री को कहा कि उनका ध्यान शिक्षा के विकास पर होना चाहिए।
इस बीच सोमवार को विधानसभा सत्र के पहले दिन भाजपा ने सवाल उठाया कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चार्जशीटेड हैं. वे पद पर कैसे बने रह सकते हैं। विधानसभा में विरोधी दल के नेता विजय सिन्हा ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग की। विधानसभा की कार्यवाही के बाद अब माना जा रहा है कि महागठबंधन सरकार में दरार की खबरों पर विराम लगेगा।
लालू प्रसाद फिलहाल बिहार में ही हैं। अब उनकी चेतावनी के बाद राजद विधायक शांत रहेंगे, ऐसा कहा जा सकता है। तेजस्वी यादव ने भी कहा कि गठबंधन सरकार में कोई समस्या नहीं है। हम सब एकताबद्ध हैं और 2024 में मिल कर भाजपा को हराएंगे।
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