राजद ने विधानसभा के भीतर और बाहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। सदन के भीतर राजद विधायकों ने बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के सवाल पर जबरदस्त हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई। वहीं बाहर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के आगे सरेंडर कर दिया है। अब उन्हें बिहार की चिंता नहीं है, सिर्फ अपने कुर्सी की चिंता है। कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के आगे आत्मसमर्पण कर दिया है! पूरी तरह से अपनी राजनीति और बिहार के मुद्दों को त्याग ही दिया है। आज जो कुछ भी भाजपा कह रही है, कर रही है, उसी का गुणगान कर रहे हैं CM नीतीश कुमार! बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को तो पूरी तरह से त्याग ही चुके हैं नीतीश! अब छोटे से आर्थिक आवंटन को ही विशेष पैकेज, विशेष आर्थिक मदद, विशेष आर्थिक सहायता.. इत्यादि बताकर अपनी नाकामी और राजनीतिक अवसरवाद व आत्मसमर्पण को छुपाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं नीतीश कुमार!
जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विशेष दर्जा की मांग को छोड़ दिया है, वहीं राजद ने इस मुद्दे को जोर से पकड़ लिया है। नीतीश कुमार बता रहे हैं कि केंद्र ने बिहार को बहुत ज्यादा दे दिया, वहीं राजद का कहना है कि इससे बिहार से जारी पलायन नहीं रुकेगा। रोजगार के अवसर बिहार में नहीं हैं। बिहार को रोजगार, उद्योग चाहिए।
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तेजस्वी बिफरे, नीतीश को किया पानी-पानी
कुल मिलाकर बिहार का विकास बड़ा मुद्दा बन गया है। राजद का कहना है कि केंद्र जो सड़कें मिली हैं, वह पहले से पारित हैं। उससे बिहार का कायाकल्प नहीं होगा। बिहार को रिवाइवल प्लान की जरूरत है। रोजगार के अलावा शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी बिहार वासियों को अन्य प्रदेशों में जाना पड़ता है। इससे बाहिर का धन बाहर चला जाता है।