राजद मिस्ड कॉलवाली पार्टी नहीं, गांव में जाएंगे महासचिव
राजद ने कहा कि वह मिस्ड कॉलवाली पार्टी नहीं है। सदस्य बनाने के लिए महासचिव भी जाएंगे गांव में। दलित-पिछड़े ही नहीं, सवर्ण टोलों में भी जाएगी पार्टी।
राजद के सदस्यता अभियान की मॉनिटरिंग खुद तेजस्वी यादव कर रहे हैं। पार्टी का जोर सदस्य बनाने के साथ ही लोगों को राजनीतिक रूप से जोड़ना है। राजद प्रवक्ता और सदस्यता अभियान के लिए राष्ट्रीय मुख्य सहायक निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन ने कहा कि राजद मिस्ड कॉल वाली पार्टी नहीं है, बल्कि यह जमीन से जुड़ी पार्टी है। उन्होंने बताया कि आज सदस्यता अभियान को लेकर महासचिवों की बैठक हुई। उन्हें जिम्मेदारी दी गई है कि हर बूथ तक जाएं। जिस समाज की आबादी है, उसके बीच जाएं। पार्टी सदस्य बनाने के दौरान भी ए टू जेड की पार्टी दिखेगी।
पार्टी प्रवक्ता सारिका पासवान ने कहा कि आज प्रदेश महासचिवों की बैठक प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह जी की अध्यक्षता में हुई जिसमें प्रदेश महासचिवों को हर पंचायत में कम-से-कम 1200 लोगों को सदस्यता अभियान के तहत घर-घर जा कर के जोड़ने का लक्ष्य दिया गया। ताकि जो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा 1 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है, उसे पूरा किया जा सके।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में हमारी पार्टी को कुल 1 करोड़ 56 लाख 12 हजार वोट मिले थे। इसलिए हम आप सभी पदाधिकारी से आशा करते हैं कि 1 करोड़ सदस्यता बनाने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, वह संभव है। पिछले बिहार विधान सभा में जो 12 हजार वोटों का फासला था उसे इस सदस्यता अभियान के बाद खत्म किया जा सकता है।
बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि जो रसीद सदस्यता अभियान के तहत काटी जायेगी उस रसीद को हर सदस्य संकल्प पत्र के रूप में स्वीकार करें, और दिये गये कार्य को इमानदारी पूर्वक हर पंचायत में अमल मे लाने का काम करें।
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