रामनवमी के अवसर पर बिहार के अनेक जिलों में भड़के दंगे के बाद हुई प्रशासनिक कार्रवाई से भाजपा नाराज है. उसके एक प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी से मुलाकात की है. उधर राष्ट्रीय जनता दल ने इस मामले में जदयू और भाजपा दोनों पर हमला बोला है.
राजद के विधायक अबु दोजाना ने कहा है कि भाजपा नेताओं का इस मामले में डीजीपी पर दबाव बनाना एक खतरनाक मामला है. उन्होंने कहा कि बिहार में हुए दंगों के बाद अब जब पुलिस कार्रवाई कर रही है और इस मामले में भाजपा व संघ के कार्यकर्ताओं का हाथ सामने आने लगा है तो भाजपा तिलमिला गयी है. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी द्वारा डीजीपी को कार्रवाई ना करने के लिए दबाव देना एक खतरनाक परिपार्टी की शुरुआत है.
अबु दोजाना ने कहा कि प्रशासनिक मामले में नीतीश कुमार एक दम बेबस बने हुए हैं. भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राज्य के मुखिया को दर किनार करके सीधे डीजीपी से सम्पर्क कर रहा है. इससे नीतीश कुमार की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है. सुरसंड के विधायक ने कहा कि जब से नीतीश कुमार भाजपा के साथ गये हैं, वह उसके सामने एक लाचार और बेबस मुख्यमंत्री साबित हुए हैं. उन्होने कहा कि राजद के साथ सरकार में रहते हुए नीतीश कुमार को स्वतंत्रतापूर्वक काम करने की आजादी थी.
गौरतलब है कि भाजपा के उपाध्यक्ष देवेश चंद्र ठाकुर ने भाजपा प्रतिनिधिमंडल के डीजीपी से मुलाकात के बाद कहा था कि अनेक जिलों में हिंसा के बाद अब लोगों को फंसाया जा रहा है इसलिए हमलोग चिंतित हैं. इसी चिंता से अवगत कराने के लिए प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी से मुलाकात की थी.
अबु दोजाना ने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा सीधे प्रशासनिक कामों में नीतीश कुमार को सरपास करके अपना प्रभुत्व कायम कर चुकी है और नीतीश कुमार असहाय बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार भाजपा के सामने बेबस बनने का सबसे बड़ा नुकसान दंगाप्रभावित लोगों को होगा. उन्होंने कहा कि दंगाइयों को छोड़ देने पर अल्पसंख्यकों में सरकार के प्रति अविश्वास बढ़ेगा.