महागठबंधन सरकार में नीतीश मंत्रिमंडल के मंत्री व महीसी के राजद विधायक अब्दुल गफूर का निधन हो गया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए राजनीति के लिए अपूर्णीय क्षति बताया. उन्होंने घोषणा की कि उनकी आखिरी रसूमात राजकीय सम्मान के साथ मनाई जायेगी.
बताया जाता है कि आरजेडी विधायक लीवर कैंसर से पीड़ित थे. 2017 तक गफूर नीतीश मंत्रीमंडल में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री थे.
उधर राजद नेता राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव ने भी उनकी मृत्यु पर संवेदना व्यक्त की है.
मुख्यमंत्री ने अपने शाेक संदेश में कहा कि वे एक प्रख्यात राजनेता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि वे उन्हें जन्नत में अहम मकाम अता करे और उनके परिवार वालाें काे इस अपूरणीय क्षति काे सहन करने की ताकत दें. साथ ही मुख्यमंत्री ने अब्दुल गफूर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किये जाने की घोषणा की है.
अब्दुल गफूर काो जानिये
अब्दुल गफूर का जन्म सहरसा जिले में पांच मई, 1959 को हुआ था. उनके पिता का नाम मोहम्मद जमाल था. साल 1974 में मात्र 15 वर्ष की आयु में वह राजनीति में प्रवेश कर गये थे. साल 1995 में वह जेडीयू के टिकट पर महिषी से चुनाव लड़े थे. हालांकि, साल 1997 में वह आरजेडी में शामिल हो गये थे. इसके बाद साल 2000, 2010 और 2015 में महिषी से चुनाव जीते थे. हालांकि, 2005 में उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. पीएचडी की उपाधि प्राप्त अब्दुल गफ्फूर 20 नवंबर, 2015 से 26 जुलाई 2017 तक बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री भी रहे.