रो पड़ा सीतलकुची, सौ भाषणों पर भारी एक तस्वीर
सीतलकुची याद है? शनिवार को वहां सीआईएसएफ की गोली से चार की मौत हुई थी। भाजपा नेताओं के भड़काऊ बयान भी याद होंगे। कल वहां ममता पहुंचीं। फिर क्या हुआ..।
कहते हैं हजार शब्दों पर एक तस्वीर भारी होती है। आपको याद होगा दो साल पहले न्यूजीलैंड की मस्जिद में एक सिरफिरे ने ताबड़तोड़ फायरिंग करके 49 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। दुनियाभर में शोक की लहर उठी थी। तब प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने पीडितों से गले मिलकर सांत्वना दी थी। उनकी वह तस्वीर आज भी लोग याद करते हैं। वैसी ही याद रहनेवाली ममता बनर्जी की एक तस्वीर आज वायरल है। इस तस्वीर को द टेलिग्राफ ने पहले पन्ने पर प्रकाशित किया है।
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प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल पहली बार सीतलकुची पहुंच पाईं। सीआईएसएफ की फायरिंग में चार लोगों के मारे जाने के बाद ही उन्होंने पीड़ितों से मिलना चाहा, लेकिन वहां चुनाव आयोग ने किसी भी नेता के जाने पर रोक लगा दी थी। जैसे ही रोक का समय समाप्त हुआ, ममता वहां पहुंच गई।
ममता पीड़ितों से मिलीं। पीड़ितों में एक रोहिला बेगम भी थीं, जिनके पति मनिरुज्जमा की मौत हुई थी। रोहिला की गोद में डेढ़ साल की मरियम थी, जिसके सिर से उसके पिता का साया उठ गया था। ममता ने उस बच्ची को अपनी गोद में ले लिया। खुद ममता भी भावुक हो गईं और लगा कि पूरा सीतलकची रो पड़ा। बच्ची कुछ ही मिनट में ममता की गोद में निश्चिंत होकर सो गई। ममता ने कहा-इस मासूम की पूरी जिम्मेदारी वे लेती हैं। पूरे परिवार की देखरेख होगी। पीड़ितों का पूरी ख्याल रखा जाएगा।
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ममता ने यह भी कहा कि वे दोषियों को बख्शेंगी नहीं। उनकी सरकार बनने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं पीड़ितों को हर तरह से मदद दी जाएगी।
इस बीच कोलकाता टीवी का एक वीडियो भी वायरल है, जिससे वह तर्क खारिज होता है, जिसमें कहा गया था कि चुनाव के दिन भीड़ हिंसक हो गई और रायफल छीनने की कोशिश की गई। इसके बाद सेल्फ डिफेंस में सीआईएसएफ को गाली चलानी पड़ी।
माले के महासिचव दीपंकर भट्टाचार्य ने भी वह वीडियो जारी किया है। उन्होंने ट्विट किया- यह फुटेज दिखाता है कि सीतलकुची में ठंडे दिमाग से जनसंहार किया गया।
कई भाजपा नेताओं ने भड़काऊ बयान भी दिए थे। भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा था कि वहां चार नहीं, आठ लोगों को मारना चाहिए था।