वक्फ संशोधन बिल दोनों सदनों से पारित हो गया है। अब अगला नंबर किसका है? जवाब आरएसएस की पत्रिका ऑर्गनाइजर ने दिया है। इस पत्रिका में 3 अप्रैल को छपे एक आलेख में कहा गया है कि भारत सरकार के बाद अगर किसी के बाद सबसे ज्यादा जमीन है, तो वह चर्च है। चर्च ने गलत ढंग से जमीन हासिल की है। आलेख में इस जमीन के बहाने धर्म परिवर्तन कराने का भी आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने कोलकाता से प्रकाशित द टेलिग्राफ की रिपोर्ट को शेयर करते हुए कहा कि हमने वक्फ संशोधन बिव को मुसलमानों पर हमला करार दिया, लेकिन यह तो बस शुरुआत है। संघ का अगला निशाना देश के ईसाई हैं। राहुल गांधी के बाद सोशल मीडिया पर अनेक लोगों ने संघ के प्रयास का विरोध किया है।
कोलकाता से प्रकाशित अखबार द टेलिग्राफ में कहा गया है कि अब आरएसएस के निशाने पर चर्च आ गए हैं। ऑर्गनाइजर ने अपने लेख में लिखा है कि बहुत लोगों को भ्रम है कि सबसे ज्यादा जमीन वक्फ के पास है। नहीं, उससे भी ज्यादा जमीन चर्च के पास है। किसके पास जयादा जमीन शीर्षक आलेख में कहा गया है कि चर्च के पास 7 करोड़ हेक्टेयर जमीन है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 1927 में चर्च एक्ट के बाद चर्च के पास जमीनें आईं, लेकिन इन जमीनों में कई गलत ढंग से हासिल किए गए हैं। आदिवासियों को ईसाई बना कर जमीन हड़प ली गई। इसी तरह कई अस्पताल काम कर रहे हैं, जिनमें गरीबों का सस्ता इलाज करके उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है।
ऑर्गनाइजर की रिपोर्ट के बाद माना जा रहा है कि संघ के निशाने पर अब चर्च की जमीनें तथा उनके अस्पताल और स्कूल हैं। इस खबर के बाद ईसाई समुदाय में चिंता देखी जा रही है।