रूपेश हत्याकांड बना बड़ा मुद्दा, तेजस्वी ने फिर नीतीश को घेरा
राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन इंडिगो के युवा स्टेशन मैनेजर रूपेश की हत्या बड़ा सवाल बन गया है। लगातार दूसरे दिन सरकार पर सवाल उठे।
रूपेश सिहं प्रदेश के राजनेताओं के करीब थे। मुख्यमंत्री के बेटे के साथ तस्वीर बताती है कि वे सत्ता के भी करीब थे। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने लगातार दूसरे दिन रूपेश की हत्या पर सरकार को घेरा और कहा कि जदयू-भाजपा के राज में कोई सुरक्षित नहीं है।
तेजस्वी यादव ने सरकार पर अपने हमले को और भी धारदार बनाते हुए आज मुख्यमंत्री की कार्यक्षमता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में न तो अब कार्यक्षमता बची है, न ही अच्छाशक्ति है। उनमें अगर कुछ बची है, तो वह सत्ता से चिपके रहने की लालसा।
उन्होंने आज फिर जदयू-भाजपा राज को महाजंगलराज कहा और दोनों दलों पर उसी राजनीतिक हथियार से हमला बोला, जिससे कभी दोनों दल राजद के शासनकाल पर हमला करते थे। तेजस्वी ने राज्य में कानून-व्यवस्था का सवाल उठाया। उधर, इस हत्या से बिहार में कानून-व्यवस्था का सवाल राष्ट्रीय सुर्खियों में बना हुआ है। रूपेश सिंह के सहकर्मियों ने भी अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
तेजप्रताप ने भाजपा-जदयू सरकार को कहा महाजंगलराज, मांगा इस्तीफा
रूपेश सिंह की हत्या जिस प्रकार की गई है, वह बताता है कि हत्या में किसी संगठित आपराधिक गिरोह का हाथ है। इससे पहले हो रही हत्याओं पर सत्ता पक्ष यह सफाई देता रहा है कि आपसी विवाद के कारण हत्याएं होती रहती हैं, पर प्रदेश से संगठित अपराध का खात्मा कर दिया गया है। अब रूपेश सिंह की हत्या बताती है कि यह साधारण हत्या नहीं है। यह संगठित अपराधी गिरोह द्वारा की गई हत्या है।
उधर, राज्य में हत्याओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार की देर रात मुजफ्फरपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष रंजीत पासवान की हत्या कर दी गई।
तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव ने अंग्रेजी अखबारों में प्रकाशित दो आलेखों के साथ ट्वीट करते हुए सरकार को घेरा और कहा कि खुद सरकार के संरक्षण में अपराध फल-फूल रहा है।