बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के चेयरमैन सहित अन्य वरीय अधिकारियों के साथ सचिवालय स्थित अपने कक्ष में बैठक की. इस दौरान उन्होंने शौचालय निर्माण व पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर नवादा में संचालित सोलर चर्खा के लिए ऋण देने का निर्देश दिया.
नौकरशाही डेस्क
इसके साथ ही उन्होंने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिया कि पंचायत शिक्षकों को भी उनकी जरूरत के अनुसार उन्हें ऋण की सुविधा बैंक प्रदान करें. मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की 11 जिलों में 698 शाखाएं हैं, जिनसे जीविका के 86 हजार समूह जुड़े हैं. एक समूह में 15 सदस्य होते हैं. इस प्रकार करीब 13 लाख जीविका सदस्यों को लिंक कर बैंक उन्हें शौचालय बनाने के लिए प्रति परिवार 12 हजार रुपये का कर्ज देगा. लाभुक परिवार प्रोत्साहन राशि मिलने के बाद बैंक को कर्ज की अदायगी करेगा. बैंक की ओर से अब तक कर्ज देकर 1100 शौचालय बनवाए गए हैं.
नवादा में संचालित हो रही सोलर चर्खा पायलट योजना के लिए बैंक प्रति लाभुक को 40 हजार की दर से दो इकाई के लिए 80 हजार रुपये का कर्ज देगा. सोलर चर्खा की प्रति इकाई से प्रतिदिन तीन से चार सौ की आमदनी होगी, जिससे कर्ज की राशि भी आसानी से चुकता होगी. उपमुख्यमंत्री ने पंचायत शिक्षकों को उनकी जरूरतों के अनुसार कर्ज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि पंचायत के शिक्षक वेतनभोगी होने के साथ अपनी आयु के 60 साल तक सेवा देंगे. ऐसे में उनकी सेलरी अकाउंट को लिंक कर बैंक उन्हें उनकी जरूरत का कर्ज मुहैया कराए. बैठक में मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के चेयरमैन नसीम अहमद, क्षेत्रीय प्रबंधक कुमार रत्नेश रंजन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.