आरा के निकट चांदी मुहल्ले में मंसूर अली के घर में खुशियों का माहौल है. पेशे से दर्जी मंसूर अली की बेटी सबानाज परवीन ने बिहार पब्लिक सर्विस कमिशन के सिविल सर्विसेज की परीक्षा में कामयाबी हासिल कर ली है.
सबानाज का यह प्रथम प्रयास था और उन्हें बिहार फाइनांस सर्विस का कैडर मिला है. एक साधारण परिवार की सबानाज की यह कामयाबी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके पिता सिलाई का काम करते हैं. ऐसे में इस परिवार की बेटी को अगर ऐसी कामयाबी मिलती है तो स्वाभाविक रूप से यह काबिल ए फख्र है.
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सबानाज ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने गांव चांदी में ही की. उन्होंने आरा के जैन कालेज से बीबीए किया और उसके बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी. सबा के परिवार में उनके मांबाप के अलावा दो भाई हैं.
सबानाज ने पटना के अशोक राजपथ स्थित कुल्हड़िया कम्पलेक्स के दि अकेडमी फॉर आईएएस पीसीएस से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी की. संस्थान के निदेशक डॉ. संजय कुमार की देख रेख में उन्होंने कोचिंग की जबकि नूरुल से उन्होंने भूगोल विषय की पढ़ाई की.
सबा ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने मा-बाप को दिया है.
गौरतलब है कि मुस्लिम समाज में शिक्षा की कमी और ड्रापआउट की भारी समस्या के बीच सबानाज की सफलता , मुस्लिम लड़कियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.