स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय ने सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर में राजद की चुनावी सभा में मची भगदड़ को वर्चस्व की लड़ाई बताया और कहा कि इस घटना के बाद तथाकथित महागठबंधन का अंतर्कलह सतह पर आ गया है।
श्री पांडेय ने कहा कि राजद की चुनावी सभा में मची भगदड़ वर्चस्व की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर की घटना के बाद तथाकथित महागठबंधन का अंतर्कलह सतह पर आ गया है। हाल यह है कि सेमीफाइनल में ही महागठबंधन में हिंसक रूप से सिरफुटौव्वल शुरू हो गया है।
भाजपा नेता ने कहा कि अभी तो महागठबंधन के साथी दल के लोग नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पर कुर्सियां चला रहे हैं। वह दिन दूर नहीं जब राजद के नेता ऐसा ही करते दिखेंगे और आपस में लड़-भिड़ राजद को तिलांजलि देंगे, क्योंकि ऐसे सियासी दलों की न तो कोई नीति है और न ही ठोस आधार।
श्री पांडेय ने कहा कि राजद संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक सिर्फ और सिर्फ सत्ता की ललक है लेकिन बिहार की जनता अब ऐसे दलों और नेताओं के झांसे में आने वाली नहीं है। विधानसभा की पांच और लोकसभा की एक सीट की जनता उपचुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर भरोसा जताकर न सिर्फ अवसरवादी दलों को उसकी ताकत बताएगी बल्कि जड़-मूल से नाश भी करेगी।
भाजपा नेता ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर में तथाकथित महागठबंधन के नेता के सामने लोगों ने न सिर्फ कुर्सियां फेंकी बल्कि भोली-भाली जनता को भी अनावश्यक चोट खानी पड़ी। उन्होंने कहा कि जिस तरह महागठबंधन के तथाकथित नेता के सामने जनता ने अपने गुस्से का इजहार किया, उससे तो यही लगता है कि राज्य की जनता महागठबंधन से मुक्ति चहती है।
श्री पांडेय ने कहा कि एक तेजस्वी यादव हैं कि वो मानने को तैयार नहीं हैं, वे महागठबंधन के नेता बने रहना चाहते हैं। यदि यही स्थिति रही तो सत्ता का ख्वाब देखने वाले महागठबंधन के नेता सदन तो क्या सड़क पर भी बैठने के लायक नहीं रहेंगे।