सौ पूर्व नैकरशाहों ने मांगा पीएम केयर फंड का ब्यौरा

देश के सौ पूर्व नौकरशाहों ने पीएम केयर फंड को पूरी तरह पारदर्शी बनाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को खुली चिट्ठी भेजी है।

पिछले साल मार्च में कोरोना महामारी से निबटने और देश की अवाम को मदद पहुंचाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने पीएम केयर फंड की स्थापना की। इसमें देशभर से हर वर्ग के लोगों ने आर्थिक सहयोग किया। लेकिन आज तक यह पता नहीं है कि इस फंड में कितनी राशि आई और कितना और किस मद में खर्च हुआ। ये सारे सवाल उठाए हैं देश के सौ पूर्व नौकरशाहों ने। उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री को सॆबोधित करते हुए खुली चिट्ठी जारी की है।

इन सौ पूर्व नौकरशाहों ने अपने पत्र में लिखा है कि पीएम केयर फंड के समस्त लेन-देन को जनता के सामने लाना चाहिए। यह पारदर्शिता प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए जरूरी है।

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प्रधानमंत्री से पारदर्शिता की मांग करनेवालों में पूर्व आईएएस अधिकारी अनीता अग्निहोत्री, एसपी अंब्रोसे, शरद बेहार, सज्जाद हसन, हर्ष मंदर, पी जॊय ओमेन, अरुणा रॊय, पूर्व राजनियों में मधु भादुड़ी, केपी फाबियान, देब मुखर्जी, सुजाता सिंह तथा कई अन्य प्रमुख पूर्व आईएएस अधिकारी हैं।

खुले पत्र में इन पूर्व अधिकारियों ने कहा है कि वे देश में आम जनता को मदद पहुंचाने के बारे में जारी बहस पर नजदीकी नजर रखते रहे हैं। पीएम केयर फंड स्थापित करने का जो उद्देश्य था और जिस तरह पीएम केयर फंड का संचालन हो रहा है, उससे कई सवाल खड़े होते हैं, जिनका उत्तर नहीं मिला है।

ये पूर्व अधिकारी समय-समय पर प्रधानमंत्री को खुला पत्र भेजकर देश और जनता के सवाल उठाते रहे हैं। दो साल पहले भी ऐसे ही 50 से अधिक पूर्व आईएएस अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संविधान की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष तानेबाने के लगातार कमजेर होने का सवाल उठाया था।  

By Editor