भेदभाव से आजिज आ कर तेलंगाना के आईएएस अफसर ने छोड़ी नौकरी
जातिवादी भेदभाव से आजिज आ कर तेलंगाना के अनुसूचित जाति के आईएएस अफसर अकनूरी मुरली ने अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया है.
38 वर्षों तक प्रशासनिक अफसर के रूप में सेवा देने के बाद तेलंगाना के आईएएस अफसर अकुनूरी मुरली ने अपना त्याग पत्र देने के बाद कहा है कि पूरे देश में जातीय आधार पर भेदभाव किया जाता है लेकिन यह भेदभाव तेलंगाना में सबसे ज्यादा है.
अकुनूरी मुरली का कार्यकाल अभी दस महीने बाकी था. उन्होंने चीफ सेक्रेटरी से मिल कर अपना इस्तीफा सौंपा.
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि पूरा जीवन मैंने कड़ी मेहनत की है लेकिन पिछले डेढ़ साल से मेरे पास कोई काम नहीं था. ऐसे में सेवा में बने रहने का कोई सवाल ही नहीं था. मुरली ने कहा कि
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इससे पहले भी मुरली और अन्य आईएएस अफसरों ने चीफ सेक्रेटरी से मिल कर कहा था कि वंचित समुदायों से संबंध रखने वाले अधिकारियों को उनकी योग्यता के अनुरूप पोस्टिंग नहीं दी जाती.
न्यूज मिनट के अनुसार पद से इस्तीफा देने के बाद मुरली ने कहा कि अनुसूचित जाति के अधिकारियों की पोस्टिंग मामले में भेदभाव बरता जाता है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह स्थिति केवल तेलंगाना में है. हां इतना जरूर है कि तेलंगाना में भेदभाव कुछ ज्यादा है.
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इस बीच द हंस इंडिया की खबर में बताया गया है कि अनुसूचित जातियों के अधिकारियों की पोस्टिंग में खुल्लमखुल्ला भेदभाव के खिलाफ अन्य आईएएस अफसर भी इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं.
इस बीच खबर है कि त्यागपत्र देने के बाद मुरली तेलंगाना राष्ट्र कांग्रेस में शामिल हो कर राजनीति में सक्रिय हो सकते हैं.