कटिहार से अगवा नाबालिग बच्चे को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया (SDPI ) के कार्यकर्ताओं ने एक कॉल को ट्रेस करके पटना से बरामद किया।
नशाखुरानी गिरोह अब मासूम बच्चो को अपना निशाना बना रहे हैं। ताज़ा मामला कटिहार ज़िले के हसनगंज क्षेत्र का है। जहाँ घर से बाजार जा रहे एक नाबालिग लड़के को नशे की सुई देकर पटना लाया गया इसके बाद बाद उसे पटना के करबिगहिया स्थित एक होटल में मज़दूरी करने के लिए छोड़ दिया गया। जब बच्चे ने अपने पिता के फ़ोन पर संपर्क किया तो सच्चाई उजागर हुई।
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चाइल्ड ट्रैफिकिंग के शिकार 14 वर्षीया मोकिम को उसके पिता के अनुरोध पर SDPI के कार्यकर्ताओं ने पांच दिनों की कोशिशों के बाद पटना से बरामद कर लिया।
नाबालिग बच्चे ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा 15 अगस्त को मुझे नशे की सुई देकर अगवा कर लिया गया। फिर मैंने अपने आप को मयंक होटल में पाया। किसी तरह मैंने दही बेचने वाली एक महिला का फ़ोन लेकर अपने पिता को फ़ोन किया। उसके बाद मुझे SDPI के लोगो ने रिहा करवाया।
SDPI स्टेट समिति के मेंबर शमीम अख्तर ने कहा की हमने खबर मिलते ही बच्चे की खोजबीन शरू कर दी। बच्चे का लोकेशन पटना में है यह जानकारी मिलने के बाद हमने उसे पटना के करबिगहिया के मयंक होटल से बरामद किया। बच्चे को लेने उसके पिता और भाई पटना आये थे।
बच्चे के पिता नईमुल हक़ ने कहा की बच्चे के लापता होने के बाद हमने पुलिस को सुचना दी पर उन्होंने कोई कार्यवाई नहीं की. फिर SDPI के लोगो ने हमारी मदद की।
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SDPI के कार्यकर्ताओं की माने तो घटना के बाद से होटल का मालिक फरार है।
शमीम अख्तर ने आगे कहा की पटना पुलिस से बच्चे की खोजबीन में कोई मदद नहीं मिली।