सेकुलर दल हो जाएं सचेत, बिहार पहुंचा BJP का मिशन पसमांदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पसमांदा मुसलमानों को साथ लेने का आह्वान किया था। अब चार महीने बाद बिहार पहुंचा BJP का मिशन पसमांदा। सेकुलर दल सचेत हो जाएं।
इसी साल जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुसलमानों के भीतर के कमजोर हिस्से, जो सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े हैं, को साथ लाने का आह्वान किया था। दो महीने बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत मस्जिद और मदरसे में मुसलमानों के साथ बैठक कर चुके हैं। मुसलमानों के इस हिस्से को पसमांदा कहते हैं। उसके बाद से हर प्रदेश में भाजपा मुसलमानों के इस हिस्से से संपर्क कर रही है। अब भाजपा का मिशन पसमांदा बिहार पहुंच गया है।
मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार विधान परिषद में भाजपा के सदस्य ने बिहार के पसमांदा मुसलमानों की बैठक बुलाई है। बैठक 26 नवंबर को बुलाई गई है। इसके लिए वे खुद प्रदेश के पसमांदा नेताओं-कार्यकर्ताओं को फोन कर रहे हैं। इसे पसमांदा मुसलमानों से डायलॉग नाम दिया गया है।
भाजपा के मिशन पसमांदा का बिहार पहुंचना प्रदेश के सेकुलर दलों के लिए सचेत हो जाने का अवसर है। भाजपा का पसमांदा मुसलमानों से डायलॉग का मकसद समझा जा सकता है। वह एक प्रतिशत भी कामयाब होती है, तो यह सेकुलर दलों का ही नुकसान करनेवाला होगा। बिहार की राजनीति में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की एंट्री हो चुकी है। अब भाजपा के मिशन पसमांदा से सेकुलर दलों की परेशानी बढ़ सकती है। इसलिए सेकुलर दलों को पसमांदा मुसलमानों में अपनी पहल तेज करनी होगी। उन्हें सियासी स्पेस अधिक देना होगा। कोई जगह ऐसी नहीं छोड़नी होगी, जिससे भाजपा इस तबके में प्रवेश कर सके।
नौकरशारी डॉट कॉम के संपादक इर्शादुल हक ने ट्वीट किया है-मैंने अनेक बार संकेत दिया है कि पसमांदा मुसलमानों के तालुक से समाजवादी-सेक्युलर दलों को सचेत रहना होगा। दो चुनौतियां हैं- BJP पसमांदों से लगातर डायलॉग में है।दूसरा ओवैसी प्रभावशाली फैक्टर बन रहे हैं। 26 नवम्बर को BJP पसमांदों संग पटना में बैठक करने वाली है।
मैंने अनेक बार संकेत दिया है कि पसमांदा मुसलमानों के तालुक से समाजवादी-सेक्युलर दलों को सचेत रहना होगा। दो चुनौतियां हैं- BJP पसमांदों से लगातर डायलॉग में है।दूसरा ओवैसी प्रभावशाली फैक्टर बन रहे हैं।
— Irshadul Haque (@IrshadulHaque9) November 24, 2022
26 नवम्बर को BJP पसमांदों संग पटना में बैठक करने वाली है।
स्रोत: नितांत निजी pic.twitter.com/XhDetYBI0q
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