सिकंदराबाद में छपरा के 11 जिंदा जले, परिजनों को 2-2 लाख
तेलंगाना से दर्दनाक खबर है। गोदाम में आग लगने से छपरा के 11 मजदूर जिंदा जले। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिजनों को 2-2 लाख सहायता देने का एलान किया।
बिहार दिवस पर अतीत का जश्न मनाने के दूसरे दिन ही प्रदेश के लिए दर्दनाक खबर है। तेलंगाना के सिकंदराबाद में एक कबाड़ गोदाम में आग लगने से बिहार के 11 मजदूर जिंदा जल गए। उनकी दर्दनाक मौत हुई। अब तक मिल रही जानकारी के अनुसार सभी सारण के अमनौर के रहनेवाले थे। एक दूसरी खबर के मुताबिक मरनवालों में आठ सारण के थे।
इस प्रकार जिंदा जलने से हुई मौत पर हर कोई संवेदना जता रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने शवों को वहां से लाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है। साथ ही मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए सहायता देने का भी एलान किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा-तेलंगाना के सिकंदराबाद के भोइगुदा में कबाड़ गोदाम में भीषण अगलगी की घटना अत्यंत दुःखद। हादसे में बिहार के मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रू० अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा-स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली को तेलंगाना सरकार से आवश्यक समन्वय स्थापित कर मृतकों के पार्थिव शरीर को बिहार लाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
सिकंदराबाद में जल कर हुई दर्दनाक मौत की खबर आते ही सारण के गांवों में कोहराम मच गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ट्वीट के जवाब में लोग अपना रोष भी प्रकट कर रहे हैं कि आखिर दो जून की रोटी के लिए बिहारी कब तक विषम परिस्थितियों में काम करने परदेस जाते रहेंगे। मालूम हो कि कबाड़ गोदाम में आग से सुरक्षा के समुचित उपाय तक नहीं थे।
मृतकों में एक सत्येंद्र राम मढौरा के बहुआरा पट्टी के रहनेवाले थे। तीन महीने पहले वे पिता बने थे। 8 अप्रैल को गांव आनेवाले थे। वे अपनी संतान का मुंह तक नहीं देख सके।