बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए भाजपा ने शनिवार को तीन प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए। पार्टी ने अपने नेता शाहनवाज को टिकट नहीं दिया है। वहीं मंगल पांडेय पर फिर से भरोसा जताया है। पांडेय के अवाला अनामिका सिंह और लाल मोहन गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। मंगल पांडेय एमएलसी हैं और पिछली बार एनडीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं। अनामिका सिंह पार्टी की प्रवक्ता हैं। वहीं लाल मोहन गुप्ता पार्टी के मुंगेर जिला अध्यक्ष रह चुके हैं।
बिहार विधान परिषद के लिए दो दिन बाद 11 मार्च को नामांकन की आखिरी तारीख है। इसके बाद जरूरत पड़ने पर चुनाव हो सकता है। अगर जितनी सीटें खाली हैं, उतने ही प्रत्याशी हुए तो बिना चुनाव के ही सभी को विजोता घोषित कर दिया जाएगा।
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विधान परिषद के लिए 11 सीटों पर चुनाव होना है। चुनाव में एनडीए के छह तथा इंडिया गठबंधन के पांच प्रत्याशियों की जीत निश्चित मानी जा रही है। एनडीए ने छह प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इससे पहले जदयू की तरफ से मुख्यमंत्री सहित दो प्रत्याशी तथा हम के संतोष सुमन नामांकन कर चुके हैं। उधर महागठबंधन ने भी पांच प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, जिनमें चार नाम राजद के हैं तथा एक नाम माले से है। महागठबंधन के पांच प्रत्याशियों में तीन महिलाएं हैं।
भाजपा ने इस बार मंगल पांडेय को दुबारा प्रत्याशी बनाया, जबकि शाहनवाज को बेटिकट कर दिया, यह राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है। कहा जा रहा है कि संभव है कि पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाए। वहीं ऐसा कहने वाले भी हैं कि पार्टी उन्हें अब सलाहकार मंडल में भेज सकती है। भाजपा ने अपने कोर वोटरों के हिस्से से ही प्रत्याशी बनाया है। वहीं भाजपा ने यूपी के लिए भी सात उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जिसमें बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल का नाम शामिल है। इनके अलावा विजय बहादुर पाठक, डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, अशोक कटारिया, धर्मेंद्र सिंह, रामतीरथ सिंघल और संतोष सिंह के नाम शामिल हैं।