राजद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में दलित पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का अपमान किया, दलित महिला विधायक का अपमान किया, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन महज मिमिक्री करने पर राजद के एमएलसी सुनील सिंह की सदस्यता खत्म कर दी गई। राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि यह सरासर तानाशाही है। राजद इस तानाशाही का विरोध करेगा। जनता में जाकर नीतीश सरकार का पर्दाफाश करेगा।
राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के अडि़यल रवैया, जिद्दीपन और अड़ियल रूख के कारण अकारण ही विधान परिषद में विपक्ष के मुख्य सचेतक सुनील कुमार सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी गई, इसे काला दिन के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा।
मालूम हो कि मुख्यमंत्री की मिमिक्री करने पर विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह की सदस्यता समाप्त की गई और कारी मोहम्मद सोहैब को दो दिन के लिए सदन से निलंबित करने का प्रस्ताव लिया गया। राजद प्रवक्ता ने कहा कि सुनील सिंह को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया। जबकि सुनिल सिंह ने आचार समिति के सभापति से लिखित में मांगा था कि उनका दोष क्या है और उन्हें किस मामले में दंडित किया जा रहा है लेकिन उसका कोई भी साक्ष्य, तथ्य या सबूत नहीं दिया गया। राजद प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं बार-बार कहा था कि सुनिल सिंह को बर्बाद कर देंगे। नेता सदन के द्वारा इस तरह की भाषा पर आचार समिति ने कोई मामला दर्ज नहीं किया।
सबको पता है कि लगातार मुख्यमंत्री ने सदन के अन्दर अपमानजनक भाषा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जी के लिए इस्तेमाल किया उस पर भी सभी खामोश रहे। लालू जी और राबड़ी देवी जी के संबंध में किस तरह के अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है सदन के अन्दर उस पर भी आचार समिति खामोश क्यों है। विधान सभा और विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने बार-बार महिलाओं के संबंध में अश्लील और मर्यादाहीन भाषा का इस्तेमाल किया तथा दलित समाज से आने वाली महिला विधायक को किस तरह से अपमानित करने के लिए मर्यादाहीन भाषा इस्तेमाल की गई उस पर सत्ता पक्ष और आचार समिति खामोश क्यों है।
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प्रदेश प्रवक्ता अजय कुमार सिंह ने कहा कि सुनील सिंह पर जिस तरह से कार्रवाई की गई उससे लोकतंत्र शर्मशार हुआ है। संवाददाता सम्मेलन में विधान पार्षद कारी मोहम्मद सोहैब, रिंकु कुमार, अशोक कुमार पाण्डेय, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, अरूण कुमार यादव एवं प्रमोद कुमार सिन्हा भी उपस्थिति थे।
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