बिहार से NDA की एक सांसद ने भारत रत्न, पिछड़ों-दलितों के हक के लिए आजीवन लड़ने वाले कर्पूरी ठाकुर का अपमान कर दिया। सांसद ने कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि का भी अपमान कर दिया। इसके बाद राजनीतिक क्षेत्र में हंगामा मच गया। राजद ने जबरदस्त विरोध जताया है।
जैसे भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि देश को 2014 में आजादी मिली, जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। उस बयान को स्वतंत्रता आंदोलन और शहीदों का अपमान कहा गया। अब समस्तीपुर से एनडीए की सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि उनके सांसद बनने के बाद लोगों ने जाना कि बिहार के मैप में समस्तीपुर कहां है। लोग समस्तीपुर को जानते ही नहीं थे। वे जब दिल्ली में, संसद में समस्तीपुर की बात करती हैं, तब लोगों को पता चलता है कि समस्तीपुर कहां है।
मालूम हो कि समस्तीपुर भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की जन्मभूमि है। खुद कर्पूरी जी यहां से 1977 में सांसद रह चुके हैं। सामाजिक न्याय के आंदोलन का गढ़ रहा है। समस्तीपुर तब भी देश भर में सुर्खियों में आया था, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के राम रथ को समस्तीपुर में रोका तथा आडवाणी को गिरफ्तार किया। उस समस्तीपुर के बारे में लोडपा सांसद द्वारा ऐसा कहे जाने के बाद हंगामा हो गया।
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राजद ने कहा ये कितना बचकाना और हास्यास्पद है कि 1998 में जन्मा बच्चा 1972 में बने समस्तीपुर जिला के बारे कह रहा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्मस्थली और कर्मस्थली समस्तीपुर को पहचान उस बच्चे के बालिग होने के 3 महीने बाद ही मिली है। विश्व में समस्तीपुर को लोग तब भी जाने-पहचाने थे जब बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री लालू प्रसाद जी ने सांप्रदायिक रथ पर सवार श्री लालकृष्ण आडवाणी को समस्तीपुर से गिरफ़्तार किया था। बच्चों को सस्ती लोकप्रियता हासिल करने से पूर्व अपने बड़ों से इतिहास, भूगोल, समाज शास्त्र और राजनीति शास्त्र का अच्छे से अध्ययन कर कुछ व्यक्तव्य देना चाहिए।
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