शौकत हयात की साहित्यिक सेवाओं के सम्मान में सेमिनार कल
उर्दू कथाकार शौकत हयात का पिछले साल कोरोना महामारी में निधन हो गया था। उनके साहित्य पर चर्चा के लिए रविवार को पटना में सेमिनार।
शौकत हयात उन कहानीकारों में हैं जो समकालीन उर्दू कथा साहित्य में प्रतिनिधि के तौर पर उभरते हैं। ‘गुम्बद के कबूतर’, ‘बांग’, ‘रानी बाग़’, ‘ढलान पर रुके हुए क़दम’, ‘घोंसला’ और ‘रहमत साहब’ जैसी यादगार कहानियों के रचनाकार पिछले साल कोरोना महामारी के बीच इतनी शांति से गुजर गए कि उनके प्रशंसक ठीक से उनका शोक भी नहीं मना सके। प्रख्यात साहित्यिक पत्रिका ‘सालिस’, मुंगेर के मानद प्रधान संपादक डॉ. इकबाल हसन आजाद ने उनकी सेवाओं के सम्मान में ‘सालिस’ पत्रिका ने 496 पृष्ठों का विशेषांक प्रकाशित किया है जिसका लोकार्पण बज़्म-ए-सदफ़ इंटरनेशनल द्वारा “शौकत हयात: हम अस्र उर्दू फिक्शन का एक ऐतेबार” शीर्षक सेमिनार में 21 अगस्त 2022 को सुबह 10:30 बजे बिहार उर्दू अकादमी, पटना में किया जाएगा।
बज़्म-ए-सदफ़ इंटरनेशनल के निदेशक प्रो. सफ़दर इमाम क़ादरी ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बिहार और इसके बाहर, विशेषकर झारखंड, पश्चिमी बंगाल और उत्तर प्रदेश के कई प्रतिनिधि इस सेमिनार में भाग ले रहे हैं। सेमिनार के प्रथम सत्र में ‘सालिस’ पत्रिका का लोकार्पण होगा तथा इस अंक के बारे में कुछ लेख प्रस्तुत किये जायेंगे। दूसरे सत्र में साहित्यिक हस्तियां, विशेष रूप से शौकत हयात से जुड़े लोग शौकत हयात के व्यक्तित्व के बारे में अपने निबंध, रेखाचित्र, और संस्मरण प्रस्तुत करेंगे। तीसरा सत्र आलोचना से सम्बंधित होगा जिसमें नए और पुराने आलोचक शौकत हयात की साहित्यिक सेवाओं के संबंध में अपने आलोचनात्मक लेख प्रस्तुत करेंगे।
प्रथम सत्र की अध्यक्षता प्रख्यात कवि श्री आलोक धन्वा करेंगे तथा द्वितीय सत्र में श्री ऋषिकेश सुलभ अध्यक्ष होंगे। तृतीय सत्र में वयोवृद्ध आलोचक प्रो. अलीमुल्लाह हाली की अध्यक्षता सुनिश्चित है । हिंदी कहानीकार श्री अवधेश प्रीत अपने व्याख्यान से भी तृतीय सत्र को भी संबोधित करेंगे । इनके अतिरिक्त प्रो. अब्दुस समद, प्रो. शहज़ाद अंजुम, श्री मुश्ताक़ अहमद नूरी और श्री खुर्शीद अकबर, मो. तय्यब नोमानी आदि जैसे प्रख्यात साहित्यिकार इस आयोजन में शामिल होंगे।
प्रो. कादरी ने उर्दू साहित्य के प्रशंसकों, शोधार्थियों और शौकत हयात के प्रेमियों से बड़ी संख्या में सेमिनार में पहुंचने और इसे कामयाब बनाने का अनुरोध किया है।
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