एक तरफ पूरा देश दीपावली के जश्न में डूबा है तो दूसरी तरफ जदयू से बगावत करने वाले कद्दावर नेता शरद यादव को राज्यसभा सचिवालय ने नोटिस भेज कर उनकी सदस्यता खत्म करने के मामले में सुनवाई के लिए बुलावा भेजा है.
शरद यादव को अतरिक्त सचिव मुकुल पांडेय ने नोटिस जारी कर 30 अक्टूबर को संसद में उपस्थित होने को कहा है. शरद यादव को संसद में साढ़े 9 बजे उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. 30 अक्टूबर को राज्यसभा के सभापति व देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू शरद यादव की सदस्यता रद्द करने के मामले पर सुनवाई करेंगे.
इस सूचना के बाद शरद के सहयोगी व राज्यसभा सदस्य अली अनवर ने नीतश कुमार पर धावा बोलते हुए चुटकी ली है. अनवर ने कहा है कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ जब से सरकार बनाये हैं तबसे उनकी कोई बात पीएम नरेंद्र मोदी नहीं सुन रहे, लेकिन फिर भी वह शरद यादव की सासंदी को खत्म कराने की जुगत में जुटे हैं.
ध्यान रहे कि जब से नीतीश कुमार ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनायी है तब से शरद यादव ने बागी तेवर अपना रखा है, और वह खुद को रियल जनता दल घोषित कर रहे हैं. शरद ने अगस्त महीन में राजद की रैली में शामिल हो कर भी नीतीश के लिए चुनौती खड़ी की थी. इसके बाद जद यू ने उनकी राज्यसभा की सदस्यता खत्म कराने के लिए राज्य सभा के उपसभापति को पत्र लिखा है. इसी मामले में 30 अक्टूबर को सुनवाई होनी है.