वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस करके मोदी व नीतीश सरकार की कलई खोल कर रख दी है. शरद ने कहा है कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली सरकार लवजिहाद के नाम पर देश-समाज को तोड़ रही है.
अब से कुछ देर पहले, मंगलवार को उन्होंने कहा कि किसानों को लागत से ़डेढ़गुना ज्यादा दाम देने का वादा करने वाली सरकार ने फसल बीमा के नाम पर लूट मचा रखा है. फसल बीमा एक महाघोटाला बन चुका है. शरद ने कहा कि इस सरकार के आने के बाद से किसानों की आत्म हत्या में 41 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
शरद यादव ने कहा कि इस सरकार के आने के समय देश की कृषि विकास की दर . 5.2 प्रतिशत थी जो अब घट कर महज 1.2 प्रतिशत रह गयी है.
शरद यादव ने हमलों की बौछार जारी रखते हुए कहा कि देश की सत्ता संभालते वक्त खुद को देश का चौकिदारी घोषित करने वाले प्रधान मंत्री न के सामने निरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चौकसी जैसे लोग हजारों करोड़ रुपये ले कर देश से भाग गये. यही कैसी चौकीदारी है ?
शरद ने कहा कि . सबका साथ सब का विकास का एक तरफ नारा लगाते हैं जबकि दूसरी तरफ लव जिहाद और गोहत्या के नाम पर दर्जनों लोगों की हत्या हो चुकी है. शरद यादव ने कहा कि जिन टीपू सुलतान ने देश की आजादी के लिए जंग शुरू की थी उनके खिलाफ भी जहर भरने की साजिश हो रही है. उन्होंंने कहा कि टीपू सुलतान और झांसी की रानी दो ऐसे लोग हैं जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई की शुरुआत की. पर उन्हें भी इस सरकार ने नहीं बख्शा.
शरद यादव ने इस प्रेस कांफ्रेंस में बिहार के मुख्यमंत्री को भी नहं छोड़ा और कहा कि बिहार की जनता ने इस क्रूर सरकार को सबसे पहले पहचाना. यहां की 11 करोड़ जनता ने भाजपा को पहचाना. 2015 में दो तिहाई बहुमत से महागठबंधन को जिताया. लेकिन उस बहुमत के साथ धोखा किया गया. नीतीश का नाम लिये बिना शरद ने कहा कि इस सरकार की साख खत्म हो चुकी है. कोई इकबाल नहीं बचा है.
शरद ने कहा कि शराब बंदी के नाम पर लूट है. बॉर्डर के इलाके से खुले आम शराब आ रही है. कुछ लोग कमा कर लाल हो गये हैं. लेकिन शराब तस्करी के आरोप में गरीबों को जेल में डाला जा रहा है. वैसे लोग जेल में डाले जा रहे हैं जो दिन भर काम करते हैं और रात को अपने बच्चों का पेट भरते हैं. असली गुनाहगार को नहीं पकड़ा जाता. यही कारण है कि 90 प्रतिशत लोग जो जेलों में हैं वह गरीब लोग हैं.
इससे पहले शरद यादव अपने समर्थकों के साथ पटना के गांधी मैदान के निकट महंगाई, नोटबंदी व जीएसटी के खिलाफ बैलगाड़ी मार्च करने निकले थे. इस मार्च को पुलिस ने रोक दिया.