शिक्षा के क्षेत्र में तेजस्वी ने लिया क्रांतिकारी फैसला
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी फैसला लिया है। बिहार के प्रतिभावान छात्रों के लिए आकाश में उड़ने को दिया पंख।
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शिक्षा के क्षेत्र में युगांतकारी फैसला लिया है। हर साल बिहार के 100 अव्वल छात्र-छात्राओं को विदेश में पढ़ने का मौका मिलेगा। यही नहीं, छात्र-छात्राएं जिस देश और जिस विवि में पढ़ना चाहेंगे, उन्हें उस देश और उस विवि में पढ़ने के लिए भेजा जाएगा। जाहिर है विदेश में पढ़ाई का खर्च नीतीश-तेजस्वी सरकार उठाएगी।
तेजस्वी यादव ने कुछ मिनट पहले ट्वीट करके क्रांतिकारी फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर साल बिहार के विश्वविद्यालयों के टॉप 100 छात्र-छात्राओं को विदेश में पढ़ाई के लिए भेजा जाएगा। इस निर्णय का बिहार पर दूरगामी प्रभाव पड़ना तय है। अब तक बिहार के टॉपर देश के अन्य राज्यों में पढ़ाई के लिए जाते रहे हैं। विदेश जा कर टॉप विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने की बात बिहार के छात्र सपने में भी नहीं सोचते रहे हैं। न उनके पास इतना पैसा है और न ही कोई मदद करने वाला। हां मुट्ठी भर संपन्न परिवारों के बच्चे अपने खर्च पर विदेश जाते रहे हैं, लेकिन आम बिहारी छात्रों के लिए ऐसी कल्पना भी कठिन थी। अब तेजस्वी यादव ने बिहार के छात्रों के लिए पूरा आकाश खोल दिया है। वे जितना चाहें उड़ सकते हैं।
राजद ने तेजस्वी यादव की घोषणा को ट्वीट किया है. लिखा है-…ताकि संसाधनों की कमी किसी प्रतिभावान विद्यार्थी के आड़े नहीं आए!” इसी के साथ राजद ने एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें हर साल 100 छात्रों को विदेश पढ़ाई के लिए भेजने की घोषणा है। यही नहीं, पूरी प्रक्रिया निःशुल्क होगी। विदेश जा कर पढ़ाई करने के इच्छुक टॉपर छात्रों को इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होगा।
मालूम हो कि राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भी राजद कोटे से मंत्री हैं। शिक्षा विभाग राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को भी तेज कर रहा है। तेजस्वी यादव की इस घोषणा का राजद नेताओं ने स्वागत किया है।
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