शिक्षक अभ्यर्थियों ने बहाली मांगी, मिली लाठी
शिक्षक अभ्यर्थियों ने सातवें चरण की बहाली की मांग की, तो नीतीश सरकार ने देह पर तोड़ दीं लाठियां। राजद और कांग्रेस ने किया विरोध।
आज पटना के कारगील चौक पर शिक्षक अभ्यर्थियों पर बिहार पुलिस ने जम कर लाठी चार्ज किया। वे सातवें चरण की बहाली की मांगकर रहे थे। राजद, कांग्रेस और संघर्षशील शिक्षक संघ ने किया कड़ा विरोध।
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने शिक्षक बहाली के लिए सातवें चरण का विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर कारगिल चौक के नजदीक किये गये लाठीचार्ज और गिरफ्तारी की तीखी शब्दों में निन्दा करते हुए गिरफ्तार अभ्यर्थियों को अविलंब रिहा करने की मांग की है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि सातवें चरण शिक्षक बहाली के लिए आन्दोलन कर रहे अभ्यर्थियों को सरकार द्वारा लिखित तौर पर आश्वासन दिया गया था कि जुलाई के अन्तिम सप्ताह में विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी। पर सरकार के टाल मटोल के नीति से परेशान होकर वे पिछले एक सप्ताह से गर्दनीबाग में धरना पर बैठे हुए हैं। सरकार द्वारा कोई पहल नहीं होता देख आज जब वे अपनी मांगों पर ध्यान दिलाने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से पटना में प्रदर्शन कर रहे थे तो बर्बरता पूर्वक उन पर लाठीचार्ज किया गया जिससे कई अभ्यर्थियों को गंभीर चोटें आई है। कई अभ्यर्थियों को गिरफ्तार भी किया गया है। जो सरासर गलत है। राजद नेता ने कहा कि बिहार की सरकार युवा और बेरोजगार बिरोधी भाजपा के दबाव में काम कर रही है और भाजपाई चरित्र के प्रभाव में आकर लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन करती है।
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन पटेल ने कहा-शिक्षकों ने जब भी अपने हक की मांग की है इस डबल इंजन की जनविरोधी सरकार उन्हें सिर्फ लाठियां दी है। हम सभी शिक्षकों के साथ हैं और सरकार के इस बर्बर लाठीचार्ज का निंदा करते हैं।
संघर्षसील शिक्षक संघ ने कहा- जिसका डर था वही हुआ ये सरकार अपने विरोध मे उठने वाली हर आवाज को दवा देती है कुचल देती है लेकिन सरकार इतना कान खोल कर सुन ले ये विरोध करने वाले इस राज्य के एक आम नागरिक है जो विद्वान होकर 7वीं चरण शिक्षक बहाली के विज्ञापन का मांग कर रहे है शांतिपूर्ण मांग रखने पर लाठीचार्ज, कई घायल।
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