राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव जेल क्या गये उनके दल के दो वरिष्ठतम नेता एक दूसरे से भिड़ गये हैं. पार्टी के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह और शिवानंद तिवारी के बीच विवाद तेज होता जा रहा है.
दर असल रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक अखबार को दिये साक्षात्कार में कहा कि शिवानंद तिवारी ने न्यायपालिका में जात पात की बात करके उसमें आरक्षण की बात उठाने का तर्क उचित नहीं है. रघुवंश के इस बयान पर शिवानंद तिवारी चुप नहीं रहे और उन्होंने रघुवंश प्रसाद के बारे में कहा कि मुझे समझाने से पहले वह अपने बयान को देख लें. तिवारी ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं. इतना ही नहीं तिवारी ने रघुवंश प्रसाद सिंह को सलाह तक दे डाली कि अगर उन्हें कोई समस्या है तो उन्हें मुझसे बात करनी चाहिए.
गौरतलब है कि लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह को अभियान समिति के प्रमुख की जिम्मेदीर सौंपी गयी है. वहीं दूसरी तरफ शिवानंद तिवारी राजद के कद्दावर नेता हैं जिन्होंने कभी राजनीति से संन्यास ले चुके ते लेकिन राजद और जदयू के बीच सत्ता संघर्ष के दिनों में वह लालू प्रसाद के करीब आये और उन्हें राजद में सम्मानित पद सौंपा गया है.
याद रहे कि चारा घोटाले में लालू प्रसाद को जेल की सजा मिलने के बाद पार्टी के तीन बड़े नेताओं रघुवंश प्रसाद, तेजस्वी यादव और मनोज झा द्वारा अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देने के कारम अदालत नोटिस जारी कर चुकी है.