हिंसक और विक्षिप्त महिला है प्रज्ञा ठाकुर
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भाजपा की भोपाल लोकसभा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर को हिंसक व विक्षिप्त महिला करार दिया है.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुरको पाँच हज़ार बरस की पुरानी हिंदू सभ्यता का प्रतिनिधि घोषित कर प्रधानमंत्री हिंदू सभ्यता को अपमानित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हिंदू सभ्यता में नफ़रत और घृणा का स्थान नहीं है.यह एक समावेशी सभ्यता है. इसके प्रतिनिधि गाँधी या विवेकानन्द जैसे महापुरुष हो सकते हैं.मोदी जी प्रज्ञा ठाकुर को इस प्राचीन सभ्यता का प्रतिनिधि बताकर इसका अपमान कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- आइए आंकड़ों में बताते हैं आतंकवाद की हकीकत
तिवारी ने कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा गाँधी और विवेकानन्द जी के उलट गोडसे और प्रज्ञा ठाकुर जैसों को हमारी सभ्यता का प्रतिनिधि बनाने की कोशिश कर रही है.
[box type=”shadow” ]प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने बयान में कहा था कि हेमंत करकरे एक देशद्रोही थे और उन्होंने जेल में उन्हें काफी उत्पीड़ित किया था. याद रहे कि हेमंत करकरे महाराष्ट्र एटीएस के चीफ थे और उन्होंने ही प्रज्ञा के मालेगांव ब्लास्ट मामले की जांच की थी. लेकिन इसके बाद मुम्बई आतंकी हमले के दौरान करकरे शहीद हो गये थे. करकरे की बहादुरी पर उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था[/box]
गौलतलब है कि मालेगांव बम विस्फोट की प्राइ एक्यूज्ड प्रज्ञा सिंह ठाकुर चार साल जेल में रह चुकी हैं और अब भी आतंकवादी वारदात से बरी नहीं हुई हैं. वह अभी बेल पर हैं. पिछले दिनों भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कराया और भोपाल से लोकसभा का प्रत्याशी घोषित किया था.
यह भी पढ़ें- साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने वाले नेता को मारा जूता
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने बयान में कहा था कि हेमंत करकरे एक देशद्रोही थे और उन्होंने जेल में उन्हें काफी उत्पीड़ित किया था. याद रहे कि हेमंत करकरे महाराष्ट्र एटीएस के चीफ थे और उन्होंने ही प्रज्ञा के मालेगांव ब्लास्ट मामले की जांच की थी. लेकिन इसके बाद मुम्बई आतंकी हमले के दौरान करकरे शहीद हो गये थे. करकरे की बहादुरी पर उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था.
प्रज्ञा के इस विवादित बयान की देश भर में निंदा हुई और मजबूर हो कर प्रज्ञा ने अपना बयान वापस ले लिया. लेकिन इसके बावजूद वह लगातार नफरत फैलाने वाले और विवादित बयान दे रही हैं.