राजद के राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व मंत्री श्याम रजक ने गुरुवार को राजद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया है। इस्तीफे में उन्होंने शे’र की चंद पंक्तियां भी लिखी हैं, जिससे उन्होंने धोखा दिए जाने का इशारा मिलता है। इस्तीफा के नीचे उन्होंने लिखा है-मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया, आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था। इन पंक्तियों के साथ उन्होंने राजद से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने अपने इस्तीफे में कोई इशारा नहीं किया है कि वे किस पार्टी में जाएंगे। नौकरशाही डॉट कॉम ने जदयू नेताएं से संपर्क किया, तो मालूम हुआ कि वे जदयू में शामिल होंगे। एक सितंबर को पटना के जदयू कार्यालय में मिलन समारोह होगा, जिसमें वे फिर से नीतीश कुमार के साथ जाने की घोषणा करेंगे। इससे पहले वे जदयू में रह चुके हैं। राजद में भी वे पहले रह चुके हैं।
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कहा जा रहा है कि राजद ने उन्हें न तो राज्यसभा भेजा और न ही विधान परिषद में भेजा। इससे वे आहत थे। वे पटना जिले के फुलवारी विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक रह चुके हैं। पिछली बार फुलवारी विधानसभा क्षेत्र गठबंधन के सहयोगी माले खाते में गया, जहां से माले ने चुनाव जीत लिया था। 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में भी यह सीट माले के खाते में जाने की उम्मीद है। इस स्थिति में श्याम रजक के लिए राजद में कोई मौका नहीं था। जदयू में जाने से वे यहां से टिकट पा सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि जदयू से उनकी बात हो गई है। उन्हें ही पार्टी टिकट देगी।
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