शराबबंदी कानून के बावजूद जहरीली शराब पीने से रोहतास में पांच लोगों की मौत के बाद बिहार सरकार के कान खड़े हो गये हैं. जहां एक तरफ मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की रिपोर्ट तत्काल तलब कर ली है वहीं एक अधिकारी समेत 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
यह घटना रोहतास के कछवा में हुई है. घटना के बाद ग्रामीणों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ भारी रोष है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों ने तीन जिलों के अधिकारियों को जांच में लगा दिया है. उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए तत्काल पूरी रिपोर्ट तलब की है.
उधर आईजी नैयर हसनैन खान ने ईटीवी से बात करते हुए मौतों की पुष्टि की है.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस खुद ही अवैध शराब की बिक्री में संलिप्त रही है. ग्रामीण इसी लिए आक्रोशित हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया जिससे अचानक उनकी तबियत बिगड़ने लगी. तबियत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई.
इस घटना में पांच लोगों की मौत हुई है वहीं दो को गंभीर हालत में इलाज के लिये अस्पताल भेजा गया है. पुलिस मामले की छानबीन में लग गई है.
मृतकों में सभी दनवार के ही हैं. मृतकों के नाम कमलेश सिंह, हरिहर सिंह, धनजी सिंह और उदय सिंह हैं वहीं दो लोगों को चिंताजनक स्थिति में नारायण मेडिकल कॉलेज सासाराम रेफर किया गया है.
गौरतलब है कि बिहार में किसी भी तरह की शराब पर कानूनी तौर प्रतिबंध है. इसके बावजूद शराब की ढरल्ले से आपूर्ति के सुबूत मिलते रहे हैं. कई बार ऐसे मामलों में स्थानीय पुलिस अधिकारियों की भी संलिप्पतता सामने आयी है. इसी तरह की एक घटना पिछले दिनों पटना के बऊर थाने में हुई थी जब शराब की आपूर्ति खबर सही पायी गयी थी. उसके बाद तमाम पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था और कुछ को लाइ हाजिर कर दिया गया था.