बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में लड़ाई ठन गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने उनसे सीधे टो टूक सवाल किए हैं, जिससे राजनीति और भी गरमा गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार देर शाम कहा कि स्मार्ट मीटर बहुत अच्छा है। इसका कोई नुकसान नहीं है, बल्कि फायदा है। लोगों को सम्राट मीटर का फायदा बताया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के बयान के बाद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सीधा सवाल किया, पूरे प्रदेश की जनता परेशान है। स्मार्ट मीटर लगाने की इतनी हड़बड़ी क्यों हैं। सरकार अगले साल चुनाव से पहले ही हर घर में स्मार्ट मीटर लगा देने पर आतुर क्यों हैं। जनता को जानकारी मिल गई है कि स्मार्ट मीटर कंपनियों ने किस प्रकार अधिकारियों को खुश किया है। उन्होंने जदयू और भाजपा नेताओं को भी घेरा। कहा कि पूरे बिहार में एक अक्टूबर को हर प्रखंड में जोरदार प्रदर्शन होगा। कहा कि हम नीतीश सरकार को बेनकाब कर देंगे।
सोशल मीडिया एक्स पर राजद ने लिखा कि क्या कारण है कि जदयू और भाजपा नेता स्मार्ट मीटर लगवाने की हड़बड़ी में हैं। क्या कारण है कि विभाग के मंत्री बोल रहे हैं कि जल्दी-जल्दी लगवाएंगे स्मार्ट मीटर जबकि दोगुने-चौगुने बिजली बिल आने की इतनी शिकायत आ रही है पूरे बिहार भर से? सबने देखा कि कैसे बिजली विभाग के अफसरों ने अनाप-शनाप पैसे कमाए, फ्लैट पाए, महंगी महंगी गाड़ियां व आभूषण उपहार स्वरूप पाए! क्या आपको लगता है कि जेडीयू बीजेपी के नेता इस कुकर्म की नदी में हाथ धोने में पीछे रहे होंगे? जब इतना कुछ लेनदेन में हुआ है तो यह लोग आम नागरिकों और बिजली उपभोक्ताओं की परेशानियों को क्यों सुनेंगे?
एक अक्टूब को कांग्रेस तथा वाम दलों ने भी प्रदर्शन करने की घोषणा कर दी है। अलग-अलग जिलों में स्मार्ट मीटर के खिलाफ शुक्रवार को भी प्रदर्शन हुए।