राहुल गांधी की धुर विरोधी भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की जम कर तारीफ की। इसके बाद राजनीतिक क्षेत्र में हंगामा है। माना जा रहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमति शाह को एक तरह से चुनौती दी गई है। कई लोग इसे आरएसएस द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री मोदी को दी गई सीख का ही विस्तार है। यह भी कहा जा रहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चस्व क् ढीले पड़ने का एक प्रमाण है।
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी अब पूरी तरह बदल गए हैं। उनकी राजनीति को बचकाना मानना भूल होगी। वे अब नपे-तुले शब्दों में बोलते हैं और उनकी राजनीति का असर दिख रहा है। उनकी सफेद टी-शर्ट युवाओं को पसंद आ रही है।
स्मृति ईरानी के इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान से जोड़ कर देखिए, जिसमें उन्होंने लोकसभा में राहुल गांधी का नाम लिये बिना उन्हें बाल बुद्धि वाला नेता कहा था। अब स्मृति ने कहा कि राहुल गांधी की राजनीति को बचकाना मानना भूल होगी। स्पष्ट है उनका इशारा प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के नेताओं की तरफ है, जो राहुल गांधी को हमेशा पप्पू साबित करने में जुटे रहते हैं।
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भाजपा नेत्री के बयान को उस संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए, जिसमें संघ ने कहा था कि विपक्ष को प्रतिपक्ष की तरह मानना चाहिए। अहंकार ठीक नहीं है। स्मृति ईरानी के बयान से यह भी साबित हो रहा है कि भाजपा में प्रधानमंत्री मोदी का वर्चस्व पहले जैसा नहीं है। अभी तक स्मृति के बयान के विरोध में किसी भाजपा नेता ने कुछ नहीं कहा है। शायद ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हो।