एसपी Vinay Tiwari हुए क्वरनटीन से रिहरा, पटना रवाना
सुशांत सिंह राजपूत मामले की मुम्बई जा कर जांच करने वाले पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी पटना लौट रहे हैं. उन्हें मुम्बई में जबरन क्वरनटीन कर दिया गया था.
तिवारी ने बाहर आते हुए मीडिया से कहा कि मुझे नहीं बल्कि जांच को क्वरनटीन किया गया था.
गौरतलब है कि बम्बे म्युनिसपल कार्पोरेशन के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण के नाम पर तिवारी को जबरन क्वरनटीन कर दिया था. यूं कहें कि यह एक तरह से उन्हें हिरासत में ले लिया गया था.
तिवारी के क्वरनटीन करने पर बिहार के डीजीपी गुप्तेशवर पांडेय ने सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.
क्वारनटीन से रिहाई के बाद विनय तिवारी ने कहा है कि उनकी जांच में कई महत्पूर्ण खुलासे होने वाले थे. उन्होंने काफी महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठी की है. अब वह इन जानकारियों को सीबीआई के सुपुर्द कर देंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच की दिशा भटकाने की कोशिश हुई है. उन्होंने कहा कि चार लोग इस मामले में महत्पूर्ण हैं जिनके बयान हमने लिये हैं. ये लोग हर बार अपना बयान बदलते रहे हैं. इन चार लोगों से काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी.
गौरतलब है कि अब इस मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया गया है और सीबीआई जांच शुरू कर चुकी है.
पांच दिन रहे क्वारैंटाइन में
पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी मुंबई में पांच दिन क्वारैंटाइन में रहे। 25 जुलाई को राजीव नगर थाना में सुशांत के पिता केके सिंह ने केस दर्ज कराया था। इसके बाद चार पुलिस अधिकारी जांच करने मुंबई गए थे। मुंबई पुलिस बिहार पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रही थी। इसके बाद सिटी एसपी को भेजा गया था।
लेकिन मुम्बई में उन्हें कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का हवाला दे कर जबरन क्वारनटीन किया गया. यहां तक कि उन्हें आईपीएस मेस में भी जगह नहीं दी गयी. तो बाद में तिवारी निजी गेस्टहाउस में जा कर रुपके लेकिन उन्हें क्वारनटीन कर दिया गया.
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में तल्ख टिप्पणी की थी.
गौरतलब है कि बिहार के फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में ॉ
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को लगाई थी फटकार
5 अगस्त को इस मामले में रिया चक्रवर्ती द्वारा दायर किए गए याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुशांत के पिता की ओर से वकील विकास सिंह ने आरोप लगाया था कि मुंबई पुलिस बिहार पुलिस का जांच में सहयोग नहीं कर रही। एसपी को जबरन क्वारैंटाइन करा दिया। इस पर जस्टिस रॉय ने महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि पटना में दर्ज एफआईआर के तथ्य उनकी जांच का हिस्सा है या नहीं? जांच करने गए एसपी को क्वारैंटाइन करने जैसी बातें अच्छा संकेत नहीं देती।
विनय तिवारी को क्वारैंटाइन से मुक्त कराने के लिए बिहार पुलिस कोर्ट जाने की तैयारी कर रही थी। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने गुरुवार को कहा था कि हम इस मुद्दे पर एडवोकेट जनरल से राय ले रहे हैं।